छत्तीसगढ़ / कबीरधाम (अभिषेक शवल) शारीरिक स्वास्थ्य की भांति मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना और इस दिशा में सतर्क रहना अति आवश्यक है। एक सबसे चैलेंजिग बात यह है कि आज भी अच्छे खासे पढ़े – लिखे, शिक्षित वर्ग में मेंटल प्रॉब्लम्स के इलाज या लक्षण के लिए स्वीकारोक्ति नही है। लोग मन की बीमारी को स्वीकार ही नही कर पाते हैं और यही वजह है कि इसके उपचार में देरी होती है। हमें अपना कार्य पॉजिटिव अप्रोच के साथ करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से कार्य का परिणाम भी अच्छा आएगा और निपटारा भी जल्द होगा। हमें डेली रूटीन, हेल्दी लाइफ स्टाइल, योगा, हेल्दी डाइट का प्रॉपर ध्यान रखना चाहिए व इसको नियम से अपनी लाइफ में शामिल करनी चाहिए। उक्त बातें जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने लोहारा के एक कार्यक्रम में कही। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम की सराहना भी की व कहा कि इस तरह का कर्यक्रम समय-समय पर करते रहना चाहिए। उन्होंने पूरी टीम को बधाई व शुभकामनाएं भी दी।