सिन्दरी /(संवाददाता : सिद्धार्थ पाण्डेय) सिन्दरी – धनबाद पैसेंजर ट्रेन शुरू हो गई और लोगों ने इस उपलक्ष पर खुशी भी जाहिर किया, मगर ट्रेन के शुरू होने से आम जनता को होने सवाले फायदे व लाभों पर सवाल पहले दिन से ही देखने को मिल रहा था। सोमवार को सिन्दरी – बरियापुर सीपीआई (एम) क्षेत्रीय कमीटी के सचिव विकास कुमार ठाकुर ने सवाल उठाया, उनका कहना था कि जिस समस्या के समाधान के लिए सिन्दरी – धनबाद पैसेंजर ट्रेन को शुरू करने की बात की गई थी वह अभी भी बना हुआ है। उनके अनुसार अगर पहले की भांति ट्रेन को चलाया जाता तो दस रुपया किराया होता, मगर आज इस कोरोना काल में भी किराया बढ़ाना निंदनीय है।
विकास कुमार ठाकुर के अनुसार जो लोग ट्रेन को अपने व्यापार के लिए एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल करते थें, उनके लिए अब यह सहज नहीं रह जाएगा की वे इतना किराया दे कर ट्रेन को अपने व्यापार में इस्तेमाल कर सकें। अतः इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए सिंदरी – धनबाद पैसेंजर ट्रेन का किराया कम किया जाए और ट्रेन को एक फेरा चलाने से भी निम्न वर्ग के लोगों को कोई फायदा नहीं है इसलिए कम-से-कम दो फेरा चलाने की अनुमति दी जाए ऐसा कहा गया है। यह सभी मांगे धनबाद डीआरएम के समक्ष ई मेल के जरिए रखीं गई।
इसके बाद सोमवार को शाम होते ही खबर आई, सीपीआई (एम) के क्षेत्रीय कमीटी सचिव की पत्नी सुजाता सिंह जो किड्स गार्डन सेकंडरी स्कूल झरीया में साइंस टीचर थीं, उनके स्कूल से घर आते वक्त गौशाला ओपी के पास रोड में चक्का फंस जाने से एक्सिडेंट हो गया है। इस एक्सीडेंट की सूचना गौशाला ओपी पुलिस ने उनके पति विकास कुमार ठाकुर को दिया, सुजाता सिंह का ब्रेन हैमरेज होने के कारण उन्हें धनबाद से रांची रेफर कर दिया गया था। आज सुबह करीब आठ बजे इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया।
सुजाता सिंह के इच्छा अनुसार उनके पति विकास कुमार ठाकुर ने उनका नेत्रदान किया। उनके देहांत की खबर सुनकर सभी पार्टी कार्यकर्ताओं में उनके क्षात्रों व परिवार में शोक की लहर है, सभी बहुत दुखी हैं।