सराईकेला / गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत डुमरा गांव के मंडल टोला में ग्रामीणों के सामने स्वच्छ पेयजल की घोर संकट उत्पन्न हो गई है।लगभग 200 परिवार की आबादी युक्त इस टोला में तीन हैंडपम्प है परंतु तीनों की स्थिति अपने आप में एक अचरज भरी कहानी कहती है।एक हैंडपम्प सम्पूर्ण रूप से बेकार है,एक हैंडपम्प से पानी घंटों मेहनत के बाद निकलता है वो भी कलरफूल वाली और एक हैंडपम्प है जिससे सुबह के कुछ घंटे ही स्वच्छ पानी पीने लायक मिलता है उसके बाद इस नल से भी लौह कण युक्त पानी आता है जो की पीने लायक नही रह जाता है।
इसी नल पर ही ग्रामीण महिलाओं की सुबह में भीड़ जुटती है क्योंकि देर हो जाय तो यहां भी स्वच्छ जल नही मिल पाता है।यहां प्रखंड प्रशासन के द्वारा लगाए गए सोलर जल मीनार भी अपने शुरुवाती दिनों में कुछ दिन तक ठीक रहा फिर उसके बाद उचित रखरखाव के अभाव के कारण काम करना बंद कर दिया।कुल मिलाकर इस गांव के लोगों को स्वच्छ पेयजल के लिए घोर संकट का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीण रीना मंडल द्वारा उक्त समस्या के संबंध मे विगत अप्रैल माह में गूगल मीट के माध्यम से उपायुक्त महोदय को अवगत कराया गया था। डुमरा गांव के इस गंभीर पेय जल समस्या को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्षा रश्मि साहू ने प्रखंड विकास पदाधिकारी ,गम्हरिया को उपरोक्त समस्या से अवगत कराते हुए अनुरोध पत्र सौंपा ।पत्र में ऊपरोक्त विषयों पर ध्यान आकृष्ट कराते हुए यथा शीघ्र समस्या के स्थाई निदान हेतु अनुरोध किया गया है।