सिंदरी /धनबाद/ गौरतलब है कि 16 जुलाई को राज्य निर्वाचन आयोग को मतदान सूची भेजने के बाद चुनाव को लेकर कुछ निर्णय सामने आ सकते हैं। वार्ड आरक्षण, मेयर व डिप्टी मेयर के आरक्षण के बाद चुनावी तिथियों पर भी निर्णय आ सकती है।
राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा वार्ड विखंडीकरण का काम तेजी से चलाया जा रहा है, पिछले वर्ष जो वार्ड आरक्षण कि सूची जारी की गई थी उसमें दर्जनों वार्ड पार्षदों के वार्ड को या तो महीला के लिए आरक्षित कर दिया गया था या एसटी-एससी के लिए आरक्षित कर दिया गया था। इन निर्णयों को देखते हुए पुर्व पार्षदों और नये उम्मीदवारों ने अपने पत्नी या बेटी को प्रत्याशी के रूप में सामने कर खुद उनके साथ कैम्पेनिंग शुरू कर दी थी।
मगर कोरोना के कारण नगर निगम चुनाव टल गया और सारी गतिविधियां ठप रहीं। मगर जब से राज्य निर्वाचन आयोग के विखंडन प्रक्रिया शुरू करने की निर्देश मिली है फिर से चुनावी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि फिलहाल पर्व पार्षद हों या नये उम्मीदवार सभी की नजर राज्य निर्वाचन आयोग पर है ताकि उनके निर्णय अनुसार अपनी तैयारियों को बल दिया जा सके।
वैसे तो सिन्द्री के तीन वर्डों से कुल कितने उम्मीदवार सामने आएंगे यह अभी स्पष्ट नहीं है मगर जो पर्व पार्षद थें वो जरूर मैदान में होंगे और उनके सामने होंगे कुछ नये उम्मीदवार जिनकी संख्या अभी स्पष्ट नहीं।