धनबाद/ झरिया/ (संवाददाता: विश्वजीत सिन्हा) देश की कोयला राजधानी कि धरती कि कोक में सुलग रहा झरिया के राजवर बस्ती यहां रोज अंगारों पर जिंदगी की नई सुबह होती है और हर रात भगवान से यही प्रार्थना होती है कि कल के दिन ऐसे ही सुरक्षित गुजरे बीते 1 सप्ताह से हो रही लगातार बारिश के कारण मंगलवार की शाम झरिया के रजवार बस्ती मैं एक घर
के भीतर से उठता हुआ धुआं
और इसी के बीच सिर पर पानी का बर्तन रखकर गुजराती एक महिला वही वहां का निवासी मूसलाधार बारिश होने से सभी के दिलों में डर का माहौल बना रहता है कि कब जमीनदोज हो जाए और उसकी आगोश में समा जाएं
तस्वीर भले किसी हिल स्टेशन किसी खुशनुमार लग रही हो लेकिन जिंदगी हर पल यहां के निवासियों को इम्तिहान लेती है
Categories: