साहेबगंज / रांगा थाना क्षेत्र के धर्मपुर मिशन मैदान के समीप शनिवार को एक क्लीनिक में घुस कर अपराधियों ने कुख्यात अपराधी सोहेल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. सोहेल के ऊपर झारखंड और बंगाल में करीब दो दर्जन मामले दर्ज हैं. सोहेल के ऊपर सिर्फ बरहड़वा थाने में छोटे-बड़े 13 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा ऊपर रांगा, कोटालपोखर, तीनपहाड़, उधवा, राजमहल और पश्चिम बंगाल के कोलकाता, दुर्गापुर, कलियाचक थानों में मामले दर्ज है. कई बार पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया लेकिन सबूत न मिलने की वजह से छूट गया.
14 साल की उम्र में ही चोरी-छिनतई शुरू की थी
जानकारी के मुताबिक सोहेल ने 14 साल की उम्र में चोरी-छिनतई करना शुरू किया था. जिसके बाद ट्रेन में डकैती, छिनतई, अपहरण और हत्या की घटनाओं को अंजाम देने लगा. अप्रैल 2013 में बरहेट के एक स्वर्ण व्यवसायी मुन्ना भगत की बरहड़वा स्थित दुकान से घर जाने के क्रम में डहुआपुल के पास से अपहरण कर लिया था. फिरौती के रूप में मोटी रकम ली. इसके बाद भी उसकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले में सोहेल हुसैन के विरुद्ध रांगा थाने में अपहरण व हत्या का मामला दर्ज किया गया था. सोहेल के खिलाफ पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से एक 10 वर्ष के बच्चे और एक स्कार्पियो को लेकर भागने का मामला दर्ज है. लड़के को फरक्का और स्कार्पियो को उनके घर से बरामद किया गया था. कोलकाता से दो हाइवा लूट कर भागा था. पुलिस के दवाब में फरक्का में दोनों हाइवा को छोड़कर भाग गया था. इस संबंध में कोलकाता में मामला दर्ज है.
सोहेल बरहड़वा के व्यवसायियों के लिए आतंक था
सोहेल का जेल जाना और छूटना आम बात थी. बड़े कारोबारियों को धमकाना, रंगदारी मांगना, नहीं देने पर बम चलाकर दहशत फैलाना, हत्या करना इसका काम था. साल 2019 में बरहड़वा प्रखंड मुख्यालय में मकान निर्माण करा रहे ठेकेदार द्वारा रंगदारी न देने पर बम विस्फोट किया था. बरहड़वा थाना क्षेत्र के महाराजपुर में रोड बनाने वाले ठेकेदार से भी रंगदारी की मांग की थी. नहीं देने पर वहां भी बमबाजी की थी. सोहेल बरहड़वा के व्यवसायियों के लिए आतंक था. कई लोगों से वह रंगदारी लेता था लेकिन डर से कोई कुछ नहीं बोलता था.