धनबाद / (संवाद प्रतिनिधि विश्वजीत सिन्हा) चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से कुमारधुबी में झिलिया ने विकराल रूप धारण कर लिया है.करीब दो सौ घरों में पानी घुस गया है. सही आंकड़ा अभी नहीं मिल पाया है. कई परिवार अपने घरों से निकलकर स्कूल मंदिर व अन्य जगहों में शरण लिए हुए हैं. सैकड़ों परिवार किसी तरह घर से निकल स्कूल, मंदिर, समुदायिक भवन, क्लब में शरण लिए. बिजली विभाग ने सुरक्षा को देखते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की बिजली काट दी है. कुमारधुबी पुल से सटकर पानी बह रहा है. ओवरब्रिज के पिलर की मिट्टी खिसक जाने से सपोर्ट में लगाया गया लोहे का पाइप भरभरा कर गिर गया. जिसके कारण आवागमन भी कुछ देर के लिए बाधित हो गई. कई घरों के परिवार सड़क पर आ गए हैं. प्रशासन द्वारा शुरुआत में भी कुछ कदम नहीं उठाया गया और न ही बाढ़ के बाद भी कोई हरकत दिख रही है. इसे लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है.
कुमारधुबी के झिलिया नदी में आयी बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र का विधायक अपर्णा सेनगुप्ता एवं पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने दौरा किया. प्रभावित परिवार से मिले और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. बाढ़ से पहले भी दोनों ने क्षेत्र का दौरा किया था. बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन को आगाह किया था. इसके बाद नदी की साफ सफाई करायी गयी थी. बावजूद बाढ़ के कहर से लोग बच नहीं पाये. दरअसल झिलिय नदी के किनारे लोगों ने पक्का मकान बना लिया है. जिससे नदी संकीर्ण हो गयी है. यही कारण है कि नदी का पानी घरों में घुस जा रहा है. 2018 में भी इसी तरह बाढ़ आई थी जिससे कई घर पानी में समा गया था.
एग्यारकुण्ड सीओ अमृता कुमारी एवं बीडीओ ललित प्रसाद ने क्षेत्र का दौरा किया. प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. कहा कि पीड़ित परिवार को रहने खाने की व्यवस्था करायी जा रही है. सभी के घर सूखा राशन व अन्य जरूरी सामान मुहैया कराया जायेगा. आपदा प्रबंधन से मुआवजा भी दिलाया जायेगा.