गया।आजाद पार्क मे 8 तारीख़ को होनेवाले नूतनवर्ष अभिनन्दन समारोह सह सास्कृतिक कार्यक्रम के तैयारी हेतु संचालन समिति की एक बैठक आजाद पार्क में आयोजित किया गया है। इस बैठक में समारोह में आनेवाले कलाकारों , महिलाओं, अतिथियों के रहने, खाने के साथ साथ कार्यक्रम का रुपरेखा तैयार किया गया है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का हिन्दू संस्कृति में बहुत महत्व है। इस दिन का भारत के स्वर्णिम इतिहास में उल्लेखनीय महत्व है। भारतीय संस्कृति की पहचान बिक्रम संवत्सर से है न कि अंग्रेजी नववर्ष से। पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने 1 जनवरी को नववर्ष की बधाई देने वाले को कहा था कि हमारा सम्मान वीर बिक्रमी नवसंवत्सर से है जो चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से शुरू होता है और 1 जनवरी गुलामी की याद कराता है। अपने भारतीय संस्कृति और सभ्यता से आज के युवाओं को परिचित कराने के उद्देश्य से ही भारतीय नववर्ष आयोजन समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष हिन्दू नववर्ष के पूर्व संध्या पर कार्यक्रम आयोजित करते रहा है। जिसमें बिहार के बाहर के कलाकारों द्वारा भक्ति गानों पर नृत्य एवं झांकी से लोगों को मंत्रमुग्ध करते रहे हैं। इस अवसर पर डा़ मनीष पंकज मिश्रा, राणा रंजीत सिंह, सुभाष कुमार वर्मा, प्रदीप कुमार साह,गोरेलाल वर्मा, सुनील बम्बई, मनजीत सिंह,बंटी वर्मा, रविन्द्र सिंह, बबलू कुमार आर्य, भोला पटेल, उमेश कुमार, रेखा अग्रवाल, मुन्नी देवी, सविता देवी, निर्मला केशरी समेत कई लोग मोजूद थे।