गिरिडीह | पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों की जनसंख्या का अध्ययन करने के लिए गिरिडीह कालेज के जंतु विज्ञान के छात्र- छात्राएं अपने प्राध्यापकों के साथ शनिवार को कालेज परिसर में प्रातः 6 बजे से भ्रमण कर पक्षियों की प्रजातियों की गणना किए तथा शोध किया कि किस प्रजाति के पक्षी कम हैं। इनमें हमिंग बर्ड, गोरैया, सिटराइन वेग टेल, रेवन आदि पक्षियों की संख्या कम मिली। अधिक संख्या में कौआ, कबूतर, ब्राउन सेलौ आदि की संख्या अधिक मिली। इस अवसर पर प्राचार्य डा अनुज कुमार ने कहा कि पक्षियों की प्रजाति की जनसंख्या को दुनिया भर में ज्ञात करने के लिए कैंपस बर्ड काउंट प्रत्येक वर्ष फरवरी माह के अंत में किया जाता है। इसलिए आई क्यू एस सी और जंतु विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में यह अभियान चलाया गया। जंतु विज्ञान के अध्यक्ष प्रो ओंकार चौधरी ने कहा कि विश्व में पक्षियों की स्थिति का आकलन करने के लिए कोरनेल लेब आफ ओरिनथेलोजी” के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कैंपस बर्ड काउंट किया जाता है।जंतु विज्ञान के प्राध्यापक डा प्रभास मणि पाठक ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष 200 कैंपस पक्षी जनगणना में भाग लेते हैं। आगे इस शोधपरक विषय पर सेमिनार आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर प्रो धर्मेन्द्र कुमार, प्रो राजकुमार वर्मा, चुन्ना, अमर, सुभाष, संजीव, विशाल, लिपि निशीकांत, विक्रम, आयुष, आदिल, श्रेया, सुप्रिया, अफसाना, शिवानी आदि उपस्थित थे। प्राचार्य ने सभी शिक्षकों तथा छात्र- छात्राओं को धन्यवाद दिया।