भुली। संत रविदास की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता सुमेश कुमार साव उर्फ गामा ने रविदास जयंती के अवसर पर कहा कि रविदास ने समाज में फैले कुरीति के खिलाफ लड़ाई लड़ी।संत रविदास ने समाज मे ऊंच नीच के खिलाफ बहुत कुछ लिखा और समाज मे गुण को पूजने की प्रथा की वकालत की।
सुमेश कुमार साव उर्फ गामा ने कहा कि आज भी समाज मे गुणहीनो को पूजा जा रहा और ऊंच नीच की प्रथा कायम है। सरकारी नियमो के बावजूद समाज मे भेदभाव है जिसे मिटाने की जरूरत है। संत रविदास के विचारों और उनके दिखाए मार्ग पर चल कर ही समाज में फैली कुरीति को मिटाया जा सकता है।
सुमेश कुमार साव उर्फ गामा ने कहा कि समाज मे दबे कुचले वर्ग के लिए आवाज उठाने और इस वर्ग के लिए काम करने की जरूरत है। जागरूक करने की जरूरत है और यह जागरूकता शिक्षा के माध्यम से ही हो सकता है। दबे कुचले वर्ग को शिक्षा मुहैया करा कर ही सामाजिक कुरीति को खत्म किया जा सकता है। संत रविदास भक्ति काल के कवि थे और उस दौर में उन्होंने जो सामाजिक कुरीति देखी उसे दूर करने का प्रयास किया और हमे भी संत रविदास के पदचिन्हों पर चल कर ही समाज मे फैली कुरीति को समाप्त करना होगा। तभी समाज मे दबे कुचले वर्ग का वास्तविक उत्थान सम्भव है।