लोयाबाद | आजसू पार्टी के धनबाद जिला अध्यक्ष मंटू महतो के द्वारा सरायढेला में प्रेस वार्ता की गयी।
प्रेस वार्ता में सिजुआ एरिया 5 में सेन्द्रा बांसजोड़ा एक्स पेच परियोजना में 10 सीम में हुई दुर्घटना को कंपनी के अधिकारी , स्थानीय दलाल, कुछ नेता कुछ, पत्रकारों के द्वारा षड्यंत्र कर घटना उक्त घटना की वास्तविकता को झुठलाने के लिए साजिश रची जा रही है एवं जनता और प्रशासन को गुमराह करने की कोशिश हो रही है। इसी षड्यंत्र का पर्दाफाश और घटना की वास्तविकता की । साक्ष्य हेतु दर्जनों वीडियो और फुटेज जारी किया गया।
निम्न बिन्दुओ पर प्रश्न उठाते हुए प्रतिक्रिया दी।
- पत्नी (मृतक धीरज चौहान ) के ब्यान पर मामला दर्ज करना ही कंपनी को बचाने की साजिष की बू आ रही है।
- इस घटना में उसके (मृतक) को पत्नी के क्या मालूम या कैसे मालूम की उसका पति भूली जा रहा था और बांसजोड़ा गोलाई पर जी अज्ञात वाहन द्वारा एक्सीडेंट हो गया
- बांसजोड़ा बाजार मुख्य सड़क के दोनों तरफ अनेको CCTV कैमरा लगा हुआ है। घनी आबादी है फिर कौन गाड़ी पार हुआ और एक्सीडेंट का 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पता नही चल पाया।
- तो फिर मृतक का लाश हजारो फ़ीट के दूर माइंस के लगभग 40-50 फ़ीट गड्ढा 20 सीम (cime) में उसका मोटरसाइकिल और लाश कैसे पंहुच गया। माइंस के अंदर लाश को लेकर कौन गया।
- क्या प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा कैमरा में खींचा गया तस्वीर लोगो का भीड़, पूरी घटना का वीडियो सभी झूठा है ?पीछे से पीछे से प्रत्यक्षदर्शियों का आवाज भी झूठा है ?
- लाश को बांसजोड़ा गोलाई से उठाकर माइंस फिर माइंस से अस्पताल या पोस्टमार्टम हाउस तक कौन लेकर गया यह किसकी साजिष है। यह एक्सीडेंट कई बजे की है। यह साफ हो।
- मृतक के बॉडी को 40 फ़ीट अंदर माइंस में और साथ में मोटरसाइकिल को भी क्या तुक है।
- कई तरह की पेचीदा सवाल F.I.R फर्द ब्यान से उत्पन्न हो रही है।
- जिस गाड़ी से माइंस के अंदर 10 सीम (cime) में एक्सीडेंट हुआ JH10CD 5969 Volvo गाड़ी नंबर है। इससे ड्राईवर दिनेश कु दास उस वक्त गाडी चला रहा था।
- जिस पेलोडर से मृतक के मोटरसाइकिल को उठाकर माइंस के उपर लाया गया उस पेलोडर का नंबर – JH10U 5687 और ड्राईवर का नाम – शिवाजी नोनिया।
- जिस बोलेरो से उठाकर मृतक (लाश) को SNMM अस्पताल। पोस्टमार्टम हाउस घटना स्थल से लाया गया उस बोलेरो का नंबर – JH11D9222 है। ड्राईवर का नाम – अजीत कुमार, सेन्द्रा निवासी है।
- यह एक बात तो क़ानूनी तौर पर स्पष्ट है कि अगर दुर्घटना माइंस में हुई है तो जवाब देहि D.G.M.S और B.C.C.L और कंपनी मालिक ही होंगे। और अगर यह दुर्घटना माइंस से बाहर दिखा देंगे तो फिर साफ तौर से कंपनी, BCCL और DGMS बच जायेंगे और पुरे प्रकरण में सभी बचने में लगे हुए है की किसी तरह इस घटना को माइंस से बाहर दिखा दे।
अब सवाल उठता है कि अगर अज्ञात गाड़ी से दुर्घटना माइंस के बाहर दिखाते है तो उसे परिवार के मुआवजा (इन्सुरेंस) क्लेम्ब् का क्या होगा ? राज्य के मुख्यमंत्री DIG, IG भारत सरकार, गृह मंत्री से उक्त घटना की जाँच की मांग करते है। SSP साहेब से जाँच कराकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का गुहार लगा रहे है। अगर घटना की सच्चाई छुपाने की साजिष की गयी तो चरण बद्ध आंदोलन चलाया जायेगा। इस घटना को स्थानीय भी गुमराह करने के लिए लगे हुए है।
इस प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से : पार्टी के केंद्रीय सचिव व वरिष्ठ अधिवक्ता राधेश्याम गोस्वामी, केंद्रीय सदस्य कुल्लू चौधरी, वंशराज कुशवाह, रतिलाल महतो, संतोष कुशवाहा, बिरेन्द्र निषाद, हीरालाल महतो, दिलीप सिंह, जीतू पासवान, संतोष पासवान, विशाल महतो।