झारखण्ड सरायकेला / खरसावां में शिक्षा के लिए समर्पित संस्था “गुरुकुल” के शिक्षक एवं विद्यार्थियों द्वारा भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जन्म जयंती मनाई गई
इस अवसर पर गुरुकुल के शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने डा. एपीजे अब्दुल कलाम के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया एवं उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।मौके पर गुरुकुल के निदेशक गजेन्द्र नाथ चौहान एवं विद्यार्थियों के द्वारा प्रकृति का सम्मान करते हुए
ग्रामीण क्षेत्रों में पौधारोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की एवं ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण किया एवं साथ ही साथ उन्हें शिक्षा के महत्व को लेकर प्रेरित किया।निदेशक गजेन्द्र नाथ चौहान ने उपस्थित विद्यार्थियों से कहा कि मिसाइल मैन की उपाधि से नवाजे गए डॉ. कलाम हम सबों के प्रेणास्त्रोत हैं।
अपनी लगन और मेहनत की बदौलत उन्होंने वो मुकाम हासिल किया, जहां तक जाने के लिए लोग सपने भी नहीं देख पाते हैं। हमें ऐसे महान वैज्ञानिक और महान पुरुषों से प्रेरणा लेनी चाहिए। जो अपनी शिक्षा के बल पर बड़े वैज्ञानिक बने। वह प्रत्येक भारतवासी के प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होने कहा कि कलाम विश्व रत्न हैं। उनकी राष्ट्रभक्ति सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। हम सभी को उनके सपनों का भारत बनाने का प्रयास करना चाहिए। डा. कलाम सच्चे देशभक्त थे। उन्होने कहा कि अगर हमें जीवन में उनकी तरह आगे बढ़ते हुए सफल होना है तो उनका मूल मंत्र आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत को अपनाना होगा। बिना मेहनत और लगन के हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते। इस दौरान उमेश उराँव , सरोज आदित्य ,सोनाक्षी उराँव ,छोटू उराँव समीर उरांव, संगीता उरांव ,अजय उरांव ,बिरसा मुंडारी ,सुभन्द उराँव ,रंगनी उरांव, दीपराज गुंजा आदि अनेक विद्यार्थी मौजूद थे।