छत्तीसगढ़ (अभिषेक शावल) दन्तेवाडा दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिला में स्थित जिला अस्पताल के कुछ कर्मचारियों के चलते अस्पताल अपनी अव्यवस्थाओं के लिये हमेशा से सुर्खियां बटोरते रहा है एक बार फिर ऐसा ही कारनामा जिला अस्पताल दंतेवाडा में देखने को मिला जहां ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स को आराम फरमाता देख वार्ड आया ने ही मरीज को इंजेक्शन लगा चालू कर दिया । वाक्या दोपहर को उस वक्त हुआ जब नर्सों की ड्यूटी चेंज होने वाली थी। दोपहर दो बजे तक जिस नर्स की ड्यूटी लगी थी वो केबिन में ही मौजूद थी, लेकिन मरीज को इंजेक्शन लगाना मुनासिब नहीं समझा और वार्ड आया को अपनी जिम्मेदारी सौंप दी। दोपहर के वक्त एक मरीज आपातकालीन वार्ड में इंजेक्शन लगवाने पहुंचा था। यहां मौजूद नर्स ने मरीज का नाम पता व बीमारी से संबंधित विवरण रजिस्टर पर नोट तो किया लेकिन इंजेक्शन नहीं लगाया। इस बीच अपनी ड्यूटी कर घर जा रही जीवनदीप कर्मी लक्ष्मी को इंजेक्शन लगाने की जिम्मेदारी सौंप दी। लक्ष्मी ने मरीज को बेड पर लिटाकर इंजेक्शन लगा डाला। लक्ष्मी के पास न तो इस कार्य का कोई अनुभव है और न ही इससे पहले उसने कभी किसी मरीज को इंजेक्शन लगाया है। मामले की जानकारी के बाद अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरएल गंगेश ने इसे ड्यूटी पर तैनात नर्स की लापरवाही माना है। उन्होने इस मामले में नर्स को कारण बताओ नोटिस जारी करने की बात कही है। डाॅ गंगेश ने यह भी कहा कि जीवनदीपकर्मी किसी भी सूरत में मरीज को इंजेक्शन नही लगा सकते, किन परिस्थितियों में नर्स ने ऐसा कराया, इसकी जांच कराई जायेगी।