भौरा / बिहार कोलियरी कामगार यूनियन (सीटू) ,भौरा ,ई.जे एरिया कार्यालय पर भारत बंद के समर्थन में एक सभा आयोजित किया गया।
सर्वप्रथम बी सी के यू कार्यालय से रैली निकाली गई। रैली में बुलंदी के साथ नारा गूंज रहा था। किसान आगे बढ़ो, ।कोयला मजदूर तुम्हारे साथ है ।भगत सिंह के देश में हिटलर की तानाशाही नहीं चलेगी। चार संहिता कोड वापस लो,11 वीं कोयला समझौता बैठक जल्द करना होगा, आदि नारे लगाते हुए। एरिया कार्यालय पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई।
सभा की अध्यक्षता कामरेड मोतीलाल हेम्ब्रम ने की ।सभा को सीटू नेता कामरेड शिवबालक पासवान ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसान देश की आर्थिक आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं। जो स्वतंत्रता आंदोलन की याद दिला रही है।उस वक्त फिरंगियों के साथ लड़ रहे थे ।आज आजादी के 74 वर्ष में ही मोदीयबीन सरकार, जो अदानी- अंबानी की तिजोरी में रोजी -रोटी ,रोजगार को बंद कर देशवासियों को गुलाम बनाने की साजिश कर रही है।आज देशवासियों को याद करना चाहिए की डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने कहा था संविधान कितना ही अच्छा हो लेकिन लागू करने वाला जितना बुरा होगा। वह उतना ही बुरा साबित होगा।यह यथार्थ साबित हो रहा है ।किसान- मजदूर, नौजवान बुद्धिजीवियों, को संविधान लोकतंत्र ,जनतंत्र की हीफ़ाजत करने के लिए आगे आना होगा।
वरिष्ठ बिहार कोलयरी कामगार यूनियन( सीटू)नेता दिलीप चक्रवर्ती ने कहा यह किसानों का आंदोलन चल रहा है ।उसका लेना देना इस देश के सवा अरब लोगों के पेट से है ।हम केवल यह सोचते रहे कि यह तो कुछ राज्यों के किसान का मामला इससे हमें क्या मतलब है। तो हम बहुत ही बड़ी गलती कर रहे होंगे इसीलिए तीन कृषि कानून,बिजली बिल तथा चार संहिता कोड को अभिलंब वापस मोदी सरकार को लेना ही होगा। शहीदे आजम भगत सिंह की 27 सितंबर की जयंती पर संयुक्त किसान तथा मजदूर ,नौजवान ,छात्र इस लड़ाई में शामिल होकर भारत बंद करने में सहयोग करेंगे। वक्ताओं ने ओमप्रकाश राम,दूकालु दास बी पी,मोतीलाल मुरमू, महदेव रजक,जोधा राम,शंकर वाउरी, उपेंद्र सिंह रमेश यादव।