कृषि विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक तरीके से मशरूम उत्पादन पर दो दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण का उदघाटन केवीके हेड सह वरीय वैज्ञानिक डॉ. अरविंद मिश्रा ने किया। उन्होंने कहा कि छोटे एवं मंझौले किसानों के लिए मशरूम का उत्पादन वरदान सावित हो सकता है। कम खर्च एवं समय में अधिक से अधिक उत्पादन कर वे ज्यादा आर्थिक लाभ कमा सकते हैं। उन्होंने मशरूम का बाजार काफी उम्दा होने से इसकी खपत काफी होने की जानकारी दी।
इस अवसर पर वरीय वैज्ञानिक सह खाद्य एवं पोषक विशेषज्ञ डॉ. कंचन माला ने चार प्रकार के मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया। इस दौरान ओईस्टर, मिल्की, पैडी एवं बटन मशरूम के उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया। कृषकों के आय को दुगुना करने के लिए मशरुम उत्पादन कृषकों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। कार्यक्रम में काफी संख्या में महिला किसानों ने भाग लिया। ममुनी दास, शीला देवी, सुनीता सिंह, मालती देवी, लखिमुनि मिंज, नीलकंठ दास, सत्यवान दास आदि उपस्थित थे।