दुर्ग/ (संवाददाता : अभिषेक शावल) पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के दुर्ग जिले में पदभार ग्रहण करते ही लगातार अवैध कारोबार में लगाम लगाने की मुहिम शुरू की थी जिसमे काफी हद तक अवैध कारोबार में अंकुश भी लगी थी जिससे भिलाई इस्पात संयंत्र ने राहत की सांस ले रहा था परंतु अब सख्ती ढीली पड़ती नज़र आ रही है।एक बार फिर दुर्ग पुलिस के नाक के नीचे अवैध कबाड़ फल फूल रहा है जिसके चलते भिलाई इस्पात संयंत्र की चिंता एक बार फिर बढ़ गयी है।बड़ा सवाल तो यह है कि जिसको एक महीने पहले प्रतिबंधित व अवैध करार घोषित कर दुर्ग पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए जिले के सभी कबाड़ियों को जेल पहुचा दिया था वही कबाड़ी एक बार फिर से अपने पैर पसारते नज़र आ रहे है जिसको लेकर जिला पुलिस की चुप्पी समझ से परे नज़र आ रही है आखिर एक महीने के अंतराल में ऐसा कौन सा सर्टिफिकेट इन अवैध कारोबारियों को मिल गया है जिससे दोबारा एक बार फिर जिले में अवैध कारोबार का शटर खुल गया है।