दुर्ग/(संवाददाता : अभिषेक शावल) वैश्विक महामारी कोरोनाकाल में 2 नो लहरों में स्वास्थ्य विभाग ने लगातार संविदा भर्ती में स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती की थी जिन्होंने लगातार अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जिसमें कई स्वास्थ्य कर्मियों को अपनी जान से हाथ तक धोना पड़ा परन्तु इसके विपरीत स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमितों के संख्या में कमी आते ही नौकरी से निकाल दिया गया अपने नियमितीकरण की मांगों को लेकर स्वास्थ्यकर्मी 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हुए है।
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