कोंडागांव/(संवाददाता : अभिषेक शावल) नगर की लंबे समय से बेसहारा मवेशियों की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल रहा है। शासन के द्वारा चलाए जा रहे रोका-छेका अभियान का भी जमीनी स्तर पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। यह बातें भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष जैनेन्द्र ठाकुर कहते हुए उन्होंने आगे कहा की पशुओं की सुरक्षा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए राज्य सरकार ने रोका-छेका अभियान की शुरुआत की थी। जिसके तहत मवेशियों को गोठानों में रखने की योजना है। शासन की महत्तवकांक्षी योजना का क्रियान्वयन सिर्फ दिखावे तक ही सीमित नजर आ रहा है।
नगर पालिका की सुस्ती के चलते मवेशियों को यातायात पुलिस कर्मचारियों को द्वारा उठाना पड़ता है बात अगर गौठान की करें तो गौठान में न तो चारा की व्यवस्था है और न ही पशुओं के बैठने की ।
रोका छेका योजना जमीनी स्तर पे विफल होते नजर आ रहा है
कोंडागांव के नगर पालिका परिषद द्वारा बनाये गए गौठान में सेड का तो निर्माण किया गया है मगर उसमे जैविक खाद को रखा जा रहा है जिसकी वजह से पकड़ के लाये हुए मवेशियों को बरसात के पानी में ही बैठना पड़ है अगर बात पशुओं के चारा की करें तो सूखे पेरे के अलावा कुछ नही दिया जा रहा जिससे पशुओं की सेहत पे भी असर पड़ रहा है