सराईकेला / कोरोनो संक्रमण के मद्देनजर जारी सभी अनुदेशों का पालन करते हुए आज पवित्र देव स्नान पूर्णिमा पर खरसावां राजमहल स्थित श्री मंदिर में राजपुरोहित एवं मंदिर के पुजारी द्वारा तथा सम्मानीय गोसाईं के द्वारा भगवान जगन्नाथ, बलभ्रद एवं बहन सुभ्रदा को 108 कलश से स्नान कराया गया। स्नान से पहले पौड़ी की रश्म निभाई गई एवं भगवान की विधिवत मंत्रोच्चार के साथ पूजा एवं सारे विधान को मंदिर के पुजारी, राजपुरोहित द्वारा सम्पन्न की गई।मान्यता है कि आज शाम की आरती के बाद भगवान जगन्नाथ, बलभ्रद एवं बहन सुभ्रदा बीमार पड़ जाएंगे।
इसलिए आराम करने मंदिर के गर्भगृह की बजाए भगवान अणसर गृह में जाएंगे। 15 दिन तक सेवक द्वारा उन्हें औषधियुक्त काढ़े आदि का भोग लगाकर गुप्त सेवा दी जाएगी।इस दौरान भगवान के दर्शन भक्त नही कर पाएंगे।15 दिनों के अणसर नीति के पश्चात नेत्रोत्सव के दिन भगवान जगन्नाथ, बलभ्रद एवं बहन सुभ्रदा अपने नवयौवन रूप के दर्शन देंगे इस दिन भगवान की विशेष पारम्परिक रश्मों एवं विधि विधान के साथ पूजा की जाएगी।तत्पश्चात पवित्र रथ यात्रा के दिन आगामी 12 जुलाई को भगवान जगन्नाथ, बलभ्रद एवं बहन सुभ्रदा रथारूढ़ होकर आमजनों को दर्शन देंगे। इसबार कोविड 19 संक्रमण के मद्देनजर जारी सभी अनुदेशों का पालन करते हुए रथ यात्रा का आयोजन नही किया जायेगा,केवल राजपुरोहित,मंदिर के पुजारी द्वारा बिना भक्तों के पूजा नीति एवं रश्म को निभाया जाएगा।