कहा : 2047 तक पूरी तरह से खत्म होगा यह रोग
जमुई | जिला कलेक्टर राकेश कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में स्वास्थ्य शिक्षा कल्याण आईसीडीएस और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक आहूत की गई जिसमें सिकिल सेल एनीमिया रोग को लेकर आमजनों को सजग और सचेत किए जाने का निर्णय लिया गया। डीएम ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 2047 तक भारत से सिकिल सेल एनीमिया की बीमारी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाना है। लोगों को जागरूक किए जाने के साथ उन्हें सजग और सचेत भी करना है। प्रत्येक व्यक्ति को सिकिल सेल की जांच और परीक्षण आवश्यक रूप से कराना चाहिए और इसकी रोकथाम के लिए सभी को आगे आना आवश्यक है l
विवाह के पूर्व सभी महिला और पुरुष को सिकिल सेल की जांच करानी चाहिए और दोनों के पीड़ित होने पर शादी नहीं करनी चाहिए ताकि आनुवंशिक रूप से यह बीमारी अगली पीढ़ी मे स्थानांतरित न हो सके। इसके जरिए सिकिल सेल एनीमिया बीमारी से और बेहतर तरीके से बचाव किया जा सकता है।उप विकास आयुक्त सुमित कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन सिकिल सेल एनीमिया को जमुई से पूरी तरह खत्म करने के लिए कटिबद्ध है।
स्वास्थ्य विभाग शिक्षा और कल्याण विभाग मिलकर इस बीमारी को खत्म करने की दिशा में सटीक काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का यह संकल्प है कि जमुई को स्वस्थ और विकसित जिला नामित करना है।
सिविल सर्जन डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप ने कहा कि जन जागरुकता के माध्यम से ही इस बीमारी पर अंकुश लगाया जा सकता है और जेनेटिक कार्ड के इस्तेमाल से इस पर प्रभावी रोकथाम संभव है। जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी विनोद कुमार सिंह आईसीडीएस की डीपीओ रेखा कुमारी समेत कई संबंधित जन बैठक में उपस्थित थे।