डीसी रेल लाईन बंदी सरकार और डीजीएमएस की थी साजिश : विजय झा
कतरास | रेल आंदोलनकारियों ने शनिवार को कतरासगढ़ स्टेशन पर पहुंचकर अपना 8 वां विरोध दिवस मनाया. इस दौरान सभी लोग हाथों में तिरंगा झंडा लिए हुए थे,कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व बियाडाध्यक्ष विजय कुमार झा ने कहा कि भारत सरकार ने डीसी रेल लाईन के नीचे आग होने का झूठा रिपोर्ट दिखाकर 15 जून 2017 को हमेशा-हमेशा के लिए 26 जोड़ी ट्रेनों को बंद कर दिया था. लेकिन कतरास कोयलांचल की जनता ने करीब 20 महिना तक लंबा अहिंसात्मक आंदोलन चलाया
मजबूर होकर सरकार को धनबाद- चंद्रपुरा रेल लाईन को पुनः चालू करना पड़ा. यह जनता की जीत थी. उस काले दिन को रेल आंदोलनकारी आज भी याद कर सरकार और सरकारी तंत्र की कुनीनियों का विरोध करते है |
रेल आम जनता की सेवा है. गरीबों को लाभ से बंचित करने की साजिश है. श्री झा ने कहा कि डीजीएमएस के उचाधिकारी चुनाव से पहले चुप्पी साधे हुए थे और चुनाव संपन्न होते ही सरकार की तोता की तरह बोलने लगे हैं कि डीसी को आग से खतरा है. आग की बात पुरी तरह से फर्जी हैं |
यह सरकार को खुश करने वाली बात है. अधिकारी सुरक्षा की बात करे. अगर आग है तो कैसे बचाव हो. इस पर बोले. अन्यथा कतरास की जनता डीजीएमएस कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होगी. रेल आंदोलनकारी राजेंद्र प्रसाद राजा ने कहा कि रेल बंदी का साजिश जब तक चलेगा. तब तक यहां की जनता विरोध करती रहेगी |
मौके पर बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा, झामुमो नेता राजेंद्र प्रसाद राजा, परवेज इकबाल, गौतम मंडल, उमेश ऋषि, नरेश दास, विक्की मालाकार, नसीरुद्दीन खान, जटल दास, दिनेश जेठवा, विनोद शर्मा, कमलदेव सिंह, मिथुन कुम्हार आदि मौजूद थे.