सरायकेला / आज विश्व साइकिल दिवस है। इस अवसर पर खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने क्षेत्र के युवाओं समेत तमाम जनों को शुभकामना देते हुए कहा कि साइकल के दैनिक उपयोग से हम स्वस्थ रहेंगे ,हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और सबसे प्रमुख बात साइकिल पर्यावरण के अनुकूल है जिसमे ईंधन के लिए पैसे नही चुकाने पड़ते है।अतः उन्होंने सभी युवाओं से आज विश्व साईकल दिवस पर अपील की है कि महीने में कम से कम चार दिन के लिए दिनभर साईकल का ही उपयोग करें जिससे इम्युनिटी पावर बढ़ेगी,शरीर अंदर से मजबूत बनेगा,हर महीना आर्थिक बचत में बढ़ोत्तरी होगी साथ ही पर्यावरण भी शुद्ध होगा। अपने जीवन में साइकल का महत्व बताते हुए श्री गागराई ने कहा कि “”साइकिल मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा रहा है। शुरुआत के दिनों में शौक के तौर पर साइकिलिंग करता था। बाद में यह मेरे कैरियर का हिस्सा बना, जिसके बदौलत मेरी पहचान स्थापित हुई। “” विश्व साईकल दिवस के इतिहास के बारे में जानकारी देते हुए विधायक श्री दशरथ गागराई ने कहा कि
अप्रैल 2018 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा हर साल 3 जून को ‘विश्व साइकिल दिवस’ मनाने का निर्णय लिया गया ।इस दौरान संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों, राजनयिकों, एथलीटों, साइकिलिंग समुदाय के अधिवक्ताओं सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया था। यह दिवस लेसजेक सिबिल्स्की के कैंपेन व तुर्कमेनिस्तान और 56 अन्य देशों के समर्थन का परिणाम है। तब से हर साल 3 जून को विश्व साईकल दिवस मनाया जाने लगा।
इस बार ‘वर्ल्ड बाइसिकल डे 2021’ की थीम ‘यूनीकनेस, वर्सेटैलिटी, लॉन्गिविटी ऑफ द बाइसिकल एंड सिंपल, सस्टेनेबल, एफोर्डेबल मीन्स ऑफ ट्रांसपोर्टेशन’ रखी गई है जो कि पूरी तरह से लोगों को साइकिल चलाने के प्रेरित कर रही है। साथ ही यह बता रहा है कि साइकिल चलाना कितना किफायती भी है। साइकिल चलाकर हम ईधन को भी बचा सकते हैं। यह पर्यावरण के अनुकूल है, साथ ही शरीर को स्वस्थ रखने में भी अहम भूमिका निभाती है। इसके अलावा साइकिल की कीमत बजट में भी रहती है और इसे चलाने के लिए फ्यूल पर खर्चा नहीं करना पड़ता है। आगे उन्होंने कहा कोरोना महामारी आने के बाद से लोगों के बीच अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरुकता बढ़ी है। लोग अब साईकल का उपयोग करने लगे हैं। जो कि साइकिल (Bicycle) मैन्युफैक्चरर्स के लिए भी अच्छी ख़बर है और हमारा देश भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा साइकिल मार्केट (Cycle Market) है।