सिंदरी | अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज रांगामाटी सिंदरी में अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) सिंदरी नगर कमिटी की ओर से संगोष्ठी की गई।संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए ज्ञान विज्ञान समिति की नेत्री मैत्री गुप्ता ने कहा कि सही मायने में महिला दिवस तब ही सार्थक होगा जब विश्व भर में महिलाओं को मानसिक व शारीरिक रूप से संपूर्ण आजादी मिलेगी, जहां उन्हें कोई प्रताड़ित नहीं करेगा, जहां उन्हें दहेज के लालच में जिंदा नहीं जलाया जाएगा, जहां कन्या भ्रूण हत्या नहीं की जाएगी, जहां बलात्कार नहीं किया जाएगा, जहां उसे बेचा नहीं जाएगा।अध्यक्षता करते हुए एडवा की अध्यक्ष रानी मिश्रा ने कहा कि आज देश का शासक वर्ग महिलाओं की आरक्षण और समानता की बात करती है लेकिन जब चुनाव या दूसरे अन्य कार्यों में स्थान देने की बारी आती है तो आधी आबादी को कम स्थान दिया जाता है। जब तक ये असमानता समाप्त नहीं होगा तबतक महिलाओं को संघर्ष करना होगा। आज़ादी के समय से लेकर अबतक देश के लिए महिलाओं ने बहुत कुर्बानी दी है। इस समय देश के सभी कार्यों में महिलाओं की की लैंगिक असमानता है, इसके खिलाफ भी संघर्ष करने की जरूरत है।संगोष्ठी को ज्ञान विज्ञान समिति की नेत्री मैत्री गुप्ता, अध्यक्ष रानी मिश्रा, सचिव मिठू दास, कोषाध्यक्ष बासुमति स्वैंन, सीमा मिश्रा, सीता देवी, प्रिया देवी, नीतू देवी, ज्योत्सना बाउरी, अप्सरा बेगम, तनुजा बीबी, मरियम, लक्ष्मी देवी, प्रिया पासवान, दीपाली गोराई आदि ने विचार व्यक्त कीं।