भूली । भूली ए ब्लॉक का बागेश्वर सिंह का परिवार बदहाली और उपेक्षा का दंश झेल रहा है। बागेश्वर सिंह की चार साल पहले मौत हो गई। जिसके बाद परिवार की स्थिति खराब होने लगी। घर मे कोई कमाने वाला नही था। मजबूरी में बड़ा पुत्र चंदन कुमार जालान फेक्ट्री में मजदूरी करने लगा । जालान फैक्ट्री ने मजदूरों की छटनी की तो रोजगार भी छीन गया। आधे पगार पर कार्य की मजबूरी नियति बन गई।
घर की मुखिया मालती देवी कहती है कि कम पगार में परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। महंगाई आसमान छू रही है। राशन कार्ड जे लिए आवेदन तीन बार दी मगर कार्ड नही बना। कार्ड नही है तो राशन भी नही मिल रहा है। कोरोना में सरकार द्वारा मिलने वाला अनाज भी हमलोगों को नही मिला। इस बार भी सरकार ने दो माह का राशन दिया मगर इसका लाभ हमलोगों को नही मिला। पीडीएस दुकानदार से मिलते हैं तो कार्ड नही होने की बात कह लौटा दिया जाता है।
सामाजिक कार्यकर्ता व भाजपा के पूर्व ओ बी सी मोर्चा भुली मंडल अध्यक्ष कैलाश गुप्ता ने बताया कि राशन कार्ड का आवेदन करने के बाद भी राशन कार्ड नही बनना सरकार की लापरवाही है जिसका खामियाजा आज मालती देवी का परिवार भुगत रहा है। जल्द ही उपायुक्त को सूचना देकर कार्ड बनवाने की प्रक्रिया करेंगे। तब तक सामाजिक स्तर पर मालती देवी के परिवार को सहयोग किया जाएगा। ताकि कोरोना के संकट काल मे राहत मिल सके।