मिथिला संस्कृति वैश्विक पहचान की धरोहर को सहेजना कर्तव्य – नवीन तिवारी

झारखंड धनबाद/ भुली । मिथिला संस्कृति वैश्विक पहचान की , धरोहर को सहेजना कर्तव्य। उक्त बातें विद्यापति समिति भुली शाखा के नव चयनित अध्यक्ष नवीन तिवारी ने कही।
नवीन तिवारी ने कहा कि मिथिला संस्कृति और यहां की कला पूरे विश्व में विख्यात है। विद्यापति की रचना एक कालजयी रचना है जिसे आज भी शिद्दत से पढ़ा जाता है और पाठ किया जाता है। मिथिला की मधुबनी शैली की चित्रकला और मिथिला की सिकी कला पूरे विश्व मे अलग पहचान रखती है। जरूरत है कि हम मिथिला संस्कृति के विकास में सहभागी बने।
नवीन तिवारी ने विद्यापति समिति भुली शाखा के नव गठन के बाद विद्यापति के रचना और मिथिला संस्कृति को जन जन से जोड़ने का अभियान चला कर मिथिला की अलौकिक शक्ति से लोगों का परिचय कराएगी।
नवीन तिवारी ने संगठन विस्तार और विद्यापति भवन के सौंदर्यीकरण को लेकर भी अपना विचार साझा किया

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