बिहार औरंगाबाद से धर्मेन्द्र गुप्ता
औरंगाबाद | विहंगम योग संस्थान के स्वर्वेद कथा प्रवर्तक संत प्रवर श्री विज्ञान देव महाराज का गुरुवार को बारुण में पदार्पण हुआ। जिला सहसंयोजक डा.श्याम नाराई प्रसाद, विहंगम आटो से अमित राज पियूष,प्रखंड प्रभारी सुनिल संगम सहित अन्य भक्तों ने सदगुरु देव भगवान की जय,हम सबका संकल्प महान, स्वर्वेद महामंदिर निर्माण का जयघोष करते हुए संत प्रवर के चरण में माल्यार्पण कर अभिनंदन व स्वागत किया। भक्तों को संत प्रवर विज्ञान देव महाराज ने अपने हाथों से प्रसाद वितरण करते हुए आशिर्वाद दिये। वैदिक पुरोहित आचार्य मयंक शास्त्री ने बताया कि विश्व का सबसे बड़ा साधना केंद्र स्वर्वेद महामंदिर धाम वाराणसी से चलकर बारुण आए हैं। जन-जन तक,घर-घर तक स्वर्वेद की ध्वनि गुंजे, स्वर्वेद पहुंचे ताकि आध्यात्मिक राज्य की स्थापना हो सके। यह हमसबका लक्ष्य है। सदगुरु सदाफल देव जी महाराज का अद्वितीय सदग्रंथ स्वर्वेद आध्यात्मिक रत्न है। जिसका पाठ हमें करना अत्यंत आवश्यक है। संत प्रवर श्री विज्ञानदेव जी महाराज ने बताया कि स्वर्वेद महामंदिर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिलें में स्थित हैं। यह मंदिर चेतना का उदात्त क्षेत्र हैं, जो सत्य के साधकों को भौतिक विज्ञान की धारणा से परे चेतन संस्थाओं के अस्तित्व का अनुभव करने के लिए एक मंच और बैठक का आधार प्रदान करता हैं। स्वर्वेद महामंदिर स्वर्वेद को समर्पित हैं, जो एक अद्वितीय आध्यात्मिक ग्रंथ हैं, जो दुनिया को बेजोड़ ऊर्जा प्रदान कर रहा हैं। बताया कि महामंदिर की नींव, स्वर्वेद, परम पावन, सद्गुरु श्री सदाफल देवजी महाराज द्वारा लिखित एक दिव्य आध्यात्मिक ग्रंथ हैं। स्वर्वेद ब्रह्मविद्या के संदेश का प्रचार करता हैं, जो ज्ञान का एक निकाय हैं और जो आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए पेरित करता हैं। इसके अलावा शांति और खुशी में निरंतर स्थिरता की स्थिति, जो निश्चित रूप से उनके लक्ष्यों और आकांक्षाओं की पूर्ति को सक्षम बनाता हैं। इस दौरान आश्रम से पदाधिकारी संजय पांडा,डा.अवनीश कुमार,चंदन सिंह,लव सिंह, मानवाधिकार से धीरज गुप्ता, पुलिस पदाधिकारी सचिन कुमार के साथ अन्य लोग मौजूद रहे।