93 वीं जयंती पर याद किए गए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष त्रिपुरारी प्रसाद सिंह

जमुई : जमुई जिलावासियों ने दिवंगत विधानसभा अध्यक्ष त्रिपुरारी प्रसाद सिंह को उनकी 93 वीं जयंती पर याद किया। स्व. सिंह की जयंती राजकीय समारोह के रूप में कचहरी रोड स्थित स्मारक स्थल और किउल नदी के तट पर अवस्थित समाधिस्थल पर शालीनता के साथ मनाई गई बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री और जिला के प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने उनकी मूर्ति और समाधिस्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इस अवसर पर स्व. सिंह को नमन करते हुए कहा कि उनके जीवन और समर्पण से सीख लेने की जरूरत है श्री चौधरी ने विकसित राज्य और मजबूत राष्ट्र के लिए उनकी निष्ठा और कर्तव्यों की जमकर तारीफ की। उन्होंने राज्य हित में उनके द्वारा किए गए कामों को आगे बढ़ाने का संकल्प लेने की अपील की विधायक दामोदर रावत ने दिवंगत त्रिपुरारी बाबू को दिग्गज समाजवादी नेता की संज्ञा देते हुए कहा कि वे अपनी उपमा आप हैं उन्होंने उनकी उपलब्धियों की चर्चा कर उन्हें स्नेहिल श्रद्धांजलि अर्पित की दिवंगत सिंह की धर्मपत्नी एवं पूर्व विधान पार्षद इंदु सिंह सुपुत्र शांतनु सिंह जदयू जिलाध्यक्ष रामचरित्र मंडल पूर्व विधायक अजय प्रताप सिंह आदि ने भी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण और समाधि स्थल पर पुष्पांजलि कर उन्हें नमन किया और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की उधर जिलाधिकारी राकेश कुमार ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. त्रिपुरारी प्रसाद सिंह के विचारों को आज भी प्रसांगिक बताते हुए कहा कि उनके बताए मार्गों पर चलकर ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकेंगे श्री सिंह ने भी उनकी मूर्ति पर और समाधिस्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया इधर पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन ने भी दिवंगत सिंह की मूर्ति और समाधिस्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया और भावभीनी श्रद्धांजलि दी
उप विकास आयुक्त शशि शेखर चौधरी एडीएम सत्येंद्र कुमार मिश्र एसडीएम अभय कुमार तिवारीबी एसडीपीओ सुधीर सुमन समेत बड़ी संख्या में प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों ने भी मूर्ति स्थल और समाधि स्थल पर माल्यार्पण किया और उन्हें हृदयतल से श्रद्धांजलि अर्पित की उल्लेखनीय है कि दिवंगत त्रिपुरारी बाबू जमुई विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक चुने गए वे दो बार विधान परिषद के सदस्य भी रहे उन्होंने बिहार सरकार के मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के पद को भी सुशोभित किया स्व. सिंह जमुई समेत बिहार के लिए आज भी अनुकरणीय हैं

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