न्यास बोर्ड प्रदेश के सभी मंदिर, स्थलों का व्यापक सर्वे करा कर उसे मुक्त करायेगी
रांची| झारखंड हिन्दु धार्मिक न्यास बोर्ड सनातन की रक्षा और सभी धार्मिक स्थलों की गरिमा बनाये रखने के लिए नियम संगत कार्य करने के लिए संकल्पित है।सनातन धर्म की रक्षा के साथ साथ हिन्दु भावना की रक्षा की जायेगी।किसी भी धार्मिक स्थलों पर मठाधीश का कब्जा स्वीकार नही होगा ।सभी मंदिर धार्मिक स्थलों का पंजीकरण कर नियमानुसार धार्मिक गुरु की देख रेख में संचालित किया जायेगा।न्यास बोर्ड जल्द ही एक वृहत सर्वे कराकर मंदिर, धार्मिक स्थल और उनसे जुड़े सभी सम्पति को मुक्त करने का अभियान चलायेगा।धार्मिक स्थल मंदिर समेत सभी जुड़ी सम्पति पर सभी कब्जा को मुक्त कराया जायेगा ।किसी भी राजनीतिक दल ,संगठन अथवा व्यक्ति का इन पर एकाधिकार कब्जा नही होने दिया जायेगा।झारखंड हिन्दु धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष जयशंकर पाठक ने एक विशेष साक्षात्कार में इस आशय की जानकारी दी।
श्री पाठक ने कहा कि न्यास बोर्ड किसी भी राजनीतिक से प्रेरित होकर कोई कार्य नही कर रहा ।राज्य के सभी मंदिर और धार्मिक स्थलों के पंजीकरण के लिए अपील की गई थी ।अनेको मंदिर और उनसे जुड़े लोग आस्था और विश्वास के साथ पंजीकरण कराया जो जारी है।सभी धार्मिक स्थलों की व्यथा कथा भी सुनी जा रही है ।उनकी समस्या का समाधान भी किया जा रहा।इसी क्रम में न्यास बोर्ड को कई शिकायत भी मिली ।मंदिर और धार्मिक स्थलों पर कब्जा सार्वजनिक सम्पति को नियम के विपरीत खरीद बिक्री करने और बरसो बर्ष से मंदिर कमिटि के पुनर्गठन नही कराये जाने का भी मामला था ।लोगो ने धार्मिक स्थलों पर कब्जा जमा लिया था।मंदिर को मिलने वाली धन राशि को वो अपना कमाई का साधन मान लिया था ।जो नियम परिनियम के विपरीत चल रहा था।मंदिर और धार्मिक स्थलों के पंजीकरण से बचते हुए न्यास बोर्ड को ब्यौरा देने से मुकर रहे थे।राज्य के कई जिला जिसमें देवधर समेत अन्य में मंदिर की समाप्ति और भूखंड को एक षडयंत्र के तहत बेचने की सुचना है।धर्मशाला अथवा विश्राम स्थल को साजिश के तहत बेचकर होटल बनाने की शिकायत प्राप्त हुई है जिसका जांच शुरु किया गया गया है।
श्री पाठक ने कहा कि लोगो की शिकायत और मांग के अनुरुप नयी कमिटी का गठन किया जा रहा है जिसमें किसी तरह का भेदभाव या राजनीतिक करण नही किया गया ।मंदिर और धार्मिक स्थल का संचालन हमारे धर्म गुरु साधु संत की देख रेख में सम्पादित होगे ।हां खास राजनीतिक दल अथवा दबंगई नही चलने दिया जायेगा। मंदिर के आय व्यय और संचालन का आडिट ब्यौरा न्यास बोर्ड को देना होगा ।
उन्होने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस मंदिर और धार्मिक स्थल के नाम पर तुष्टीकरण नही करती ।भाजपा का यह आरोप उनके द्वारा किये गये कुकर्मो को दर्शा रहा है ।राज्य गठन से लेकर लम्बे समय तक भाजपा यहा सत्ता में रही परन्तु इस ओर ध्यान नही दिया ।वोट की राजनीतिक को लेकर धर्म को भी सत्ता के खेल मे शामिल कर लिया ।भाजपा को स्वय अपने कुकर्म पर नजर करनी चाहिए।
श्री पाठक ने कहा कि मंदिर और धार्मिक स्थल की रक्षा के लिए सभी लोगो को आगे आकर कार्य करना चाहिए। किसी को कोई शिकायत हो त वो सीधे न्यास बोर्ड से सम्पर्क कर बता सकते है।