बिहार औरंगाबाद से धर्मेन्द्र गुप्ता
एक महीने तक चलने वाले मलमास (पुरुषोत्तम मास) की समाप्ति हो गई है। मलमास समाप्त होने के बाद एक बार फिर से बाबा धाम जाने वाले कांवरियों में अचानक वृद्धि हो गई है। मलमास माह के दौरान जितने कांवरियां जा रहे थे उससे अब पांच गुना अधिक कांवरिया सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर पैदल या वाहन के द्वारा बाबा धाम पहुंच रहे हैं। वहीं नीलकंठ महादेव सेवा समिति औरंगाबाद के द्वारा पैदल बाबा धाम जाने वाले कांवरियों की लगातार सेवा की जा रही है। समिति 2 महीने तक कांवरियों की हर तरह से सेवा करने के लिए पूरी तरह से संकल्पित है और दिन-रात सेवा में लगी हुई है। समिति के संस्थापक लखन प्रसाद एवं नीरज कुमार उर्फ लप्पू गुप्ता ने बताया कि जुलाई माह में निशुल्क सेवा शिविर की शुरुआत की गई थी जो पूरे अगस्त माह चलेगी। शिविर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में कांवरिया आ रहे हैं जिन्हें सुबह, दोपहर एवं रात को शुद्ध भोजन कराया जा रहा है। इसके अलावा उनके रहने, शौचालय, शुद्ध जल, चाय, फलहारी कांवरियों के लिए स्पेशल व्यवस्था, भक्ति जागरण आदि की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि समिति के द्वारा इस वर्ष तीसरी बार सेवा शिविर लगाई गई है। आगे भी हर वर्ष सावन माह के दौरान यह शिविर लगाई जाएगी। जिस जगह पर यह शिविर लगाई गई है वहां पर आसपास में कोई भी निशुल्क शिविर नहीं है। इसके अलावा यहां जरूरतमंद की सामानों को बाजार से लाने में भी काफी परेशानी होती है। इसके बावजूद समिति के सभी सदस्य तन-मन-धन से इसे सफल बनाने में लगे हुए हैं। सावन माह के छह सोमवारी समाप्त हो चुकी है। अब दो और सोमवारी बाकी है जिसमें और भी अधिक संख्या में भीड़ बढ़ने की संभावना है।