बेरमो/राजेश मिश्रा
बेरमो :कोलियरी मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री रामेश्वर सिंह फौजी द्वारा केंद्रीय कर्मशाला बरकाकाना में पोस्ट डेथ ग्रेच्युटी के नाम पर लाखों-करोड़ों के घोटाले के पर्दाफाश करने पर केंद्रीय कर्मशाला बरकाकाना में हलचल मचा हुआ है।घोटाले के बाद श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों व कर्मचारियों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है।कुछ कर्मचारियों को फौजी द्वारा किये जा रहे नित नए खुलासे की तारीफ करते देखे जा रहे हैं।वही कई श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों व कर्मचारियों के बीच डर का माहौल कायम है।सीआरएस प्रबंधन की गतिविधियां तेज है एवं प्रबंधन प्रत्येक निर्णय पर फूक फूक कर कदम रख रही हैं।सीआरएस के मुख्य द्वार सहित सभी जगहों पर प्रबंधन की पैनी नज़र बनी हुई है।फौजी ने प्रेस बयान जारी कर बताया है कि केंद्रीय कर्मशाला बरकाकाना सतर्कता नियमो को ताक पर रखकर कार्य करती हैं,जिसके कारण ही केंद्रीय कर्मशाला बरकाकाना में भ्रष्टाचार चरम पर है।उन्होंने चौबीस कर्मचारियों की सूची जारी की है जिसमें सीआरएस,सीईटीआई व कई अन्य कार्यालयों में पदस्थापित कुछ ऐसे भी कर्मचारी है जो सन 1989 से एक ही जगह पर पदस्थापित है। कार्मिक विभाग में कर्मचारियों का सेवा पुस्तिका को सुरक्षित माना जाता है लेकिन कार्मिक विभाग में ट्रेड़ यूनियन नेंताओं को पदास्थापित करके रखा गया है वैसे लोग अपनी-अपनी यूनियन के हित में कर्मचारियों के सेवा पुस्तिका की गोपनीयता को भंग करते हैं। महाप्रबंधक का खास में से एक ट्रेड़ यूनियन का तथाकथित नेंता है जिसके ईशारे पर महाप्रबंधक कोल इंडिया एवं सतर्कत्ता आयोग के नियमों को ताक पर रखकर कुछ भी कर गुजारनें को हमेशा तैयार रहते हैं। बताते चलें कि फौजी द्वारा लगाए गए आरोप की जाँच जारी है। फौजी नें चेतावनी दि है कि दिनांक 30.05.2023 तक दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर सतर्कत्ता विभाग एवं उच्च प्रबंधन द्वारा कारवाई नहीं की जाती है तो दिनांक 01.06.2023 को पुरे मामले को मुख्य सतर्कत्ता आयोग, नई दिल्ली एवं निदेशक, सीबीआई, नई दिल्ली को जाँच हेतू प्रमाण सहित पुरे मामले की जानकारी दि जायेगी। फौजी नें सीसीएल के सीएमडी पर विश्वास जताया है एवं कहा कि सीएमडी दोषियों को किये की सजा जरुर देंगे।