धनबाद : विगत 351 दिनों से अनुकंपा पर बहाली की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे आश्रितों ने 7 फरवरी मंगलवार को झमाडा के प्रभारी एमडी सतेंद्र कुमार का घेराव किया.
आश्रितों का उग्र तेवर देख प्रभारी एमडी निगम के मुख्य द्वार पर ताला लगा कर खुद नजरबंद हो गए. बाहर सैकड़ों आश्रित बीवी-बच्चों के साथ नारेबाजी करते रहे. इधर धरना पर बैठे आश्रित मेहरबुल अंसारी ने कहा कि अविलंब मांगें पूरी नहीं हुई तो 28 फरवरी को सभी आत्मदाह कर लेंगे.
एक और धरनार्थी अजहर अंसारी ने बताया कि अनुकंपा बहाली की मांग को लेकर पिछले वर्ष 22 फरवरी से धरना पर बैठे हैं. विगत 351 दिनों में झमाडा एमडी, झमाडा एसडीओ, टीएम, उपायुक्त से लेकर नगर विकास विभाग तक का दरवाजा खटखटाया. परंतु कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. हमें छला जा रहा है. उन्होंने कहा कि 351 दिनों से लगभग 50 से अधिक परिवार धरना दे रहे हैं. सभी की माली स्थिति काफी दयनीय हो गई है. उन्होंने कहा कि अगर प्रबंधन तत्काल बहाली के लिए कोई कदम नहीं उठाता है तो 28 फरवरी को झमाडा कार्यालय के प्रांगण में तमाम अधिकारियों के समक्ष आश्रित आत्मदाह करेंगे. आश्रितों के जान-माल का नुकसान का सारा दायित्व झमाडा प्रबंधन व राज्य सरकार का होगा.