वंडर एप और श्रवणश्रुति कार्यक्रमों पर हुई बातचीत
जेपीएन और प्रभावती अस्पताल का किया निरीक्षण
सेवाओं व उपकरण की उपलब्धता पर हुई बातचीत
गया। शनिवार को जिला में स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए बदलाव तथा सेवाओं से जुड़ी जरूरतों को जानने—समझने के लिए स्वास्थ विभाग और उसके सहयोगी संस्थाओं के राज्य स्तरीय अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से जिला के अस्पतालों भ्रमण किया जा रहा है।इस क्रम में शनिवार को बिहार सरकार के पूर्व प्रधान सचिव रहे हैं और अभी के समय में यूनिसेफ सलाहकार आरके महाजन ने जिला के प्रभावती एवं जयप्रकाश अस्पताल का निरीक्षण किया गया है। शनिवार को अपने भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम से मुलाकात कर जिला में स्वास्थ्य के क्षेत्र में आश्यक जरूरतों पर बातचीत किया गया है। इसके साथ ही वंडर एप एवं श्रवण श्रुति कार्यक्रम के बारे में जिलाधिकारी से विस्तृत चर्चा किया गया है। वंडर एप और श्रवण श्रुति जैसे कार्यक्रमों की मदद से लोगों को मिल रहे लाभ को जाना. कहा कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में इन नये कार्यक्रमों का लाभ बहुत लोगों का मिल रहा है, यह सराहनीय है।
शनिवार को अपने भ्रमण के क्रम में यूनिसेफ सलाहकार ने जयप्रकाश नारायण अस्पताल का निरीक्षण किया गया है।इस दौरान साथ मे सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह, डीपीएम नीलेश कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रवण कुमार, डीवीबीडीसीओ डॉ एमई हक, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी जयश्न कुमार, अस्पताल प्रबंधक संजय अंबष्टा, आरबीएसके कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ उदय मिश्रा, यूनिसेफ से संजय सिंह व अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे हैं।
यूनिसेफ सलाहकार ने जयप्रकाश नारायण अस्पताल परिसर में बने नये ब्लड बैंक को देखा गया है और आवश्यक उपकरणों के बारे में जाना गया है, इस दौरान उन्होंने ओपीडी, वैक्सीन स्टोर, लक्ष्य कार्यक्रम के तहत तैयार डिलीवरी रूम का भ्रमण किया गया,वहा पर उपिस्थत स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा कि किसी प्रकार के उपकरणों या सेवाओं की जरूरत पड़ने पर उन्हें इसकी जानकारी दी जाये।इसकी व्यवस्था यूनिसेफ के सहयोग से की जायेगी।यूनिसेफ सलाहकार ने प्रभावती अस्पताल के डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर, एसएनसीयू एवं डिलीवरी रूम आदि का भ्रमण किया गया है, वहां मौजूद सेवाओं और सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की गई है,उपिस्थत मौजूद चिकित्सकों एवं अधिकारियों से अस्पताल की जरूरतों पर बातचीत की गई है ।डीईआईसी में बच्चों को दी जाने वाली थेरेपी के बारे में जाना गया है। इसके साथ ही उन्होंने जिला स्तर पर चलाये जा रहे श्रवण श्रुति कार्यक्रम के बारे मे जानकारी ली गई है। यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसकी मदद से गरीब परिजनों के चेहरे पर मुस्कान आ रही है।