रतिलाल की कुर्बानी को सदियों तक भुला पाना मुश्किल – मंत्री चंपई सोरेन,
गम्हरिया। आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि रति लाल की कुर्बानी को सदियों तक भुला पाना मुश्किल होगा। शहीदों के खून से ही झारखंड राज्य का उदय हुआ है। हेमंत सोरेन की सरकार ने शहीदों को सम्मान देते हुए उनके आश्रितों को नौकरी में पांच प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की है। क्षेत्र के वीर शहीद मजदूर नेता रति लाल महतो की जयंती पर उपरबेड़ा मैदान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए सोरेन ने मजदूरों के हितों की रक्षा का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि रति लाल के संघर्ष और बलिदान की गाथाएं आने वाली पीढ़ी भी याद रखेंगे। झारखंड आंदोलन में रति लाल के साथ बिताये क्षणों की यादें साझा करते हुए चंपई ने अपने संघर्षों से लोगों को रूबरू कराया। उन्होंने रतिलाल की स्मृति को जीवंत बनाने के लिए उनकी समाधि स्थल से सटे उपरबेड़ा फुटबॉल मैदान का सौंदर्यीकरण एवं सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा की। सोरेन ने कहा कि रति लाल महतो ने जिस उद्देश्य से मजदूरों को संगठित कर शोषण से मुक्ति दिलाने का प्रयास किया, वह औद्योगिक क्षेत्र के लिए आज भी मिशाल है। कहा कि उनके अधूरे कार्यों को हम सभी मिलकर पूरा कर रहे हैं। सोरेन ने कहा कि मजदूरों के शोषण के खिलाफ महतो ने आवाज उठायी थी। कहा कि आज झामुमो गठबंधन की हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य की फिजा ही बदल दी है। शहीदों को सम्मान और संघर्षशीलों का उत्थान से देश में झारखंड के नाम अव्वल दर्जे में शुमार हो गया है। कहा कज आज सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की सफलता देख अन्य राज्यों में इसकी नकल की जा रही है। वीर शहीद रतिलाल महतो स्मृति रक्षा समिति एवं झामुमो जिला कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को कमेटी के अध्यक्ष बीरेन्द्र महतो समेत शहीद के परिजनों ने सोरेन का स्वागत किया। इस अवसर पर शहीद की दिवंगत पत्नी रेखा महतो की समाधि पर भी मंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की
ये थे उपस्थित
इस अवसर पर झामुमो के वरिष्ठ नेता गोपाल महतो, सीमल सोरेन, बबलू नाथ सोरेन, बीटी दास, सनत आचार्या, राम हांसदा, मंत्री के आप्त सचिव गुरु प्रसाद महतो, पिंटू महतो, शत्रुघ्न महतो, बीरेन महतो, अनिल सोरेन, आकाश दास, कमल भुइयां, दीपक नायक, मुखिया मोहन बास्के, गुरबा मार्डी, अमीन मंडल, राजेश गोप, सरोज मुखर्जी, बबलू प्रधान, शहीद रतिलाल के पुत्र-पुत्रियों में मनोदीप महतो, बिहु रानी महतो, जाया रानी महतो समेत उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे।