गम्हरिया।जे सुधाकर। सूबे के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि शहीद मजदूर नेता रति लाल महतो झारखंड आंदोलन के सजग प्रहरी और सच्चे सिपाही थे। मजदूरों के मसीहा थे। अपनी पहचान एक सरल नेता के रूप में बनाकर मजदूरों की सेवा करते थे। मजदूरों के बीच लोकप्रियता की इस बुलंदियों तक पहुंचाने में उनकी पत्नी रेखा महतो का योगदान सर्वोपरि था। उनके संघर्ष में सदैव पत्नी ने साथ दिया था। उपरबेड़ा में शहीद रति लाल महतो की पत्नी रेखा महतो के श्राद्धकर्म सह श्रद्धांजलि सभा में शिरकत करने पहुंचे सोरेन ने उनके निधन को एक युग के अंत की संज्ञा दी। कहा कि राज्य निर्माण में ऐसे लोगों ने खून और आंसू बहाये, उनके सम्मान के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं है। उन्होंने युवा वर्गों को अतीत से सीख लेकर नये झारखंड के निर्माण में जुट जाने का आग्रह किया।
उपरबेड़ा का होगा कायाकल्प
मंत्री ने कहा उपरबेड़ा फुटबाल मैदान में बने रतिलाल की समाधि स्थल का विकास होगा। मैदान का सौंदर्यीकरण, घेराबंदी किया जाएगा। उपरबेड़ा गांव का विकास के लिए सड़क, पेयजल, बिजली समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी। वीर शहीदों की स्मृति को हम आगे की पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। झारखंड आंदोलन के दौरान जंगल, पहाड़ और नदी-नाले में रति लाल के साथ बिताये अपने संघर्ष की गाथाओं से परिजनों को अवगत कराया। इस दौरान स्व. रेखा महतो की पुत्र-पुत्रियों में मनीदीप महतो, बिहुरानी महतो, जायारानी महतो समेत परिजनों को हर सहयोग का आश्वासन दिया। इस अवसर पर गोपाल महतो, चंचल गोस्वामी, बीरेंद्र महतो, पिंटू महतो, झामुमो जिलाध्यक्ष डॉ. शुभेंदु महतो, 20 सूत्री प्रखंड अध्यक्ष छायाकांत गोराई, अमृत महतो, शत्रुघ्न महतो, बीटी दास आदि थे।