धनबाद| झरिया| असलम अंसारी| सी के साइडिंग के मजदूरों की आपात मीटिंग की गई।बैठक कीअध्यक्षता राम प्रसाद यादव ने की।
सर्वप्रथम साइडिंग के उन मजदूरों को जिन्होंने काम करते हुए,किसी कारण से मरण उपरांत उनको 1 मिनट मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
सीटू के राज्य सदस्य तथा बिहार कोलयरी कामगार यूनियन के केंद्रीय सदस्य कामरेड शिवबालक पासवान ने अपने संबोधन में कहा कि जहां हमने सी के साइडिंग में 450 मजदूरों और जिसमे 150 महिलाएं थीं। दो हाथों को काम दो, फिर मशीन का नाम लो, नारों की जन आंदोलन ने यहां के स्थानीय महिलाओं तथा नौजवानों को रोजगार मिला है वर्तमान परिस्थिति में साइटिंग के मजदूर अपनी रोजगार किफायत के लिए चिंतित और संघर्ष के लिए तैयार हैं। क्योंकि कोल माफिया और रंगदारो की बढ़ती ताकत से, यहां के मजदूर उनसे भी ताकतवर हैं यदि इनके रोजगार छीनने की कोशिश की गई तो एक बगावत होगा। मैं कोयला निकालने का विरोधी नहीं हूं लेकिन सी के साइडिंग के मजदूरों की रोजगार की हिफाजत करना हमारा दायित्व बनता है।
सी के साइडिंग के नेता कामरेड राजेंद्र पासवान को अरेस्ट कर जेल भेजने की मैं निंदा करता हूं क्योंकि राजेंद्र मजदूर ,गरीब के संघर्ष के क्षेत्र में प्रतीक है। एक साजिश के तहत कोयला माफिया के इशारे पर गलत है। काफी निंदनीय।
आगे उन्होंने कहा की मजदूरों के कुछ बुनियादी मुद्दे हैं जैसे वीडिये तथा वेज की बढ़ोतरी और पीएफ का सवाल महत्वपूर्ण है दुर्भाग्य है की सीके साइडिंग , 9 नंबर 6 नंबर के मजदूर का पीएफ कटौती तो होता है लेकिन जमा का कोई प्रमाण नहीं है। इस सवाल पर धनबाद उपायुक्त महोदय के समक्ष रखा था की इन मजदूरों का 4 से 6 करोड़ रूपया पीएफ का अता पता नहीं है लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
अंत में पासवान ने कहा की साइडिंग में 244 मजदूर है। जिसमें महिला की संख्या भी है। इसीलिए बीसीसीएल प्रबंधन तथा कार्यरत कांट्रेक्टर का रोजगार की हिफाजत रखते हुए आउटसोर्सिंग का कार्य होगा। इसलिए आंदोलन ही हमारा संघर्ष का रास्ता है क्योंकि यहां के मजदूरों ने आज से 32 साल पहले अपने संघर्षों के बदौलत रोजगार हासिल किया था और बुरी नजर रखने वाले सावधान हो जाए बैठक in कुजामा कोलियरी के सचिव सुरेंद्र पासवान ,अशोक राम,लक्ष्मी देवी ,मनोज प्रसाद , हरे राम पासवान अन्य मजदूरों ने संबोधित किया।