जमुई , बिहार / संवाददाता / चुन्ना कुमार दुबे / बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पिछले 22 साल से साए की तरह साथ रहने रहने वाले ताकतवर और चहेते आईएएस अधिकारी चंचल कुमार दिल्ली चले गए। उन्हें एनएचएआइ के अधीन राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के पद पर पदस्थापित किया गया है। चंचल के जाने के बाद इस बात की चर्चा जोरों पर है कि सीएम नीतीश का अगला प्रधान सचिव किस अधिकारी को बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव की रेस में सबसे आगे भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एस. सिद्धार्थ का नाम आ रहा है , जिन्हें हाल ही में सरकार ने एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। अंतःपुर के नारद मुनि के मुताबिक 1991 बैच के बिहार कैडर के मुख्य सचिव स्तर के आईएएस अधिकारी एस. सिद्धार्थ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अगले प्रधान सचिव बनाये जा सकते हैं। कयास लगाया जा रहा है कि जल्द ही सरकार इस आशय की अधिसूचना जारी करेगी। उल्लेखनीय है कि एस. सिद्धार्थ फिलहाल वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद पर पदस्थापित हैं।
एस. सिद्धार्थ के पास कई जिम्मेदारी
इन्हें बीते शुक्रवार को नीतीश सरकार ने सामान्य प्रशासन विभाग और जन शिकायत के अपर मुख्य सचिव की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है। साथ ही उन्हें बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी के मिशन निदेशक और बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान के महानिदेशक का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
बिहार में अमूमन ऐसा देखा जा रहा है कि सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान को ही सीएम के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी दी जाती है। दीपक कुमार से लेकर चंचल कुमार ने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। यही वजह है कि एस. सिद्धार्थ का नाम सबसे आगे आ रहा है। एस. सिद्धार्थ को सामान्य प्रशासन विभाग और जन शिकायत का अपर मुख्य सचिव की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है। लिहाजा जिस तरीके से चंचल कुमार अब तक जनता दरबार का सारा कामकाज देखते आ रहे थे , उम्मीद है कि एस. सिद्धार्थ भी सीएम नीतीश के भरोसे पर खरा उतरने का काम करेंगे और दीपक कुमार के साथ कदम से कदम मिलाकर दायित्वों का निर्वहन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि एस. सिद्धार्थ 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। बिहार के प्रशासनिक महकमे में वे अब तक कई जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं। वे 06 मई 2008 से 27 अगस्त 2012 तक नीतीश कुमार के सचिव रह चुके हैं। इसके अलावे श्री सिद्धार्थ बिहार में भोजपुर , औरंगाबाद , लोहरदगा (अब झारखंड में) और मुजफ्फरपुर में जिलाधिकारी के रूप में काम कर चुके हैं। 2002 से 2007 तक सिद्धार्थ केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भी रहे हैं।