झरिया / संवाददाता / असलम अंसारी / भारत की कम्युनिस्ट पार्टी( मार्क्सवादी) झरिया लोकल कमिटी के तत्वाधान में झरिया मानवाद पार्टी कार्यालय में कामरेड ज्योतिन सोरेन की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
सर्वप्रथम पार्टी के राज्य कमिटी सदस्य कामरेड सुरेश प्रसाद गुप्ता ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया तथा बुलंदी से नारे लगाए। ज्योतिन सोरेन अमर रहे ,हम तुम्हें नहीं भूलेंगे । सोरेन को लाल सलाम।
श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कामरेड सुरेश गुप्ता ने कहा की सी पी आई (एम) के पूर्व राज्य कमेटी सदस्य पाकुड़ जिला के महेशपुर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता कामरेड ज्योतिन सोरेन के एक अस्पताल में निधन हो गया । उन्हें 16 जनवरी को ब्रेन हेमरेज होने के बाद वहां एडमिट कराया गया था। वे 68 वर्ष के थे। कामरेड ज्योतिन सोरेन दुमका के पी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी।70 के दशक में उन्होंने भारत की जनवादी नौजवान सभा से अपने राजनीति जीवन की शुरुआत की तथा वे तत्कालीन संथाल परगना जिले के डीवाईएफआई के जिला अध्यक्ष एवं बिहार राज्य कमेटी के उपाध्यक्ष भी रहे। 1978 में वे सीपीआईएम में शामिल हुए। वर्ष 1995 में वे महेशपुर विधानसभा से सीपीएम के विधायक निर्वाचित हुए।वे एकीकृत बिहार के समय से ही पार्टी के राज्य कमेटी के सदस्य पाकुड़ जिला में युवा आंदोलन किसान आंदोलन को संगठित किया जाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही, अभी हाल में ही दुमका में संपन्न पार्टी के सातवें राज्य सम्मेलन के मौके पर खराब स्वास्थ्य रहने के बावजूद समय दिये और आकर पार्टी का झंडा फहरा कर सम्मेलन की शुरुआत की और पूरे 3 दिनों तक सम्मेलन में रहे,झरिया लोकल कमिटी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करती है और उन्हें उनके सम्मान में पार्टी का लाल झंडा झुकाए। पार्टी उनकी पत्नी और पुत्र -पुत्रियों को अपनी गहरी संवेदना प्रेषित करती है और उनको संघर्षों के आगे ले जाने की दायित्व आज सीपीआईएम के तमाम कार्यकर्ताओं का है। ऐसे समय में ज्योतिन सोरेन का निधन होना पार्टी की महत्वपूर्ण क्षति हुआ है। श्रद्धांजलि सभा में राज्य कमेटी के सदस्य राम कृष्णा पासवान ,जिला सदस्य सपन मांझी , सीटू के नेता मानस चटर्जी, शिव बालक पासवान,कामरेड भारत भूषण, संतोष रजक ,धर्मेंद्र राय ,नौशाद अंसारी, जिला सदस्य शिव कुमार सिंह धर्मेंद्र गोपाल लाल ,तुलसी रवानी भगवान दास, सुरेंद्र पासवान ,रामबालक धारी तथा अन्य साथी ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किए।