सरायकेला / गुरुकुल के निदेशक एवं राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन के युथ सेल के प्रदेश आईटी कोऑर्डिनेटर गजेंद्र नाथ चौहान एवं विद्यार्थियों तथा संस्थान के सहयोगियों ने रविवार को खरसावां के सांतारी ग्राम स्थित कार्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126 वीं जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया।इस अवसर पर निदेशक श्री चौहान एवं संस्थान के उपस्थित सभी सहयोगियों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें कोटिशः नमन किया।तत्पश्चात गुरुकुल निदेशक गजेंद्र नाथ चौहान ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के द्वारा देश के लिए किए गए त्याग और बलिदान को याद कर उनके बताये रास्तों पर चलने का संकल्प लिया।उन्होंने कहा कि भारत को आजाद कराने के लिए ब्रिटिश हुकूमत के छक्के छुड़ाने वाले आजाद हिन्द फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का महत्वपूर्ण योगदान था।
हम सभी को नेताजी के त्याग एवं आदर्शो पर चलने व उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की जरूरत है.नेताजी ने लोगों को दिये संदेश में कहा था कि सबसे बड़ा अपराध वह है जो अन्याय का सहन और गलत के साथ समझौता करता है.उन्होने विषम परिस्थिति में भी अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद रखने का आह्वान किया. इस दौरान उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को नेताजी के आदर्शों को आत्मसात करने की बात कही।मौके पर सुधांशु शेखर चौहान,सरोज आदित्य,सौम्यम चौहान,उमेश उरांव, प्रतिभा उरांव सह संस्था में अध्ययनरत विद्यार्थीगण मौजूद थे.