सरायकेला / सरायकेला प्रखंड अंतर्गत भेलैदिह गांव स्थित ऊपर दुगनी पंचायत सचिवालय प्रांगण में राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय -जमशेदपुर के तत्वावधान में “स्वयं सहायता समूहों ” के सदस्यों का द्विदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। गुरुवार को कार्यक्रम के समापन सत्र को बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी श्री राज किशोर गोप ने संबोधित करते हुए कहा कि सशक्त मातृशक्ति के बदौलत ही समाज का कल्याण निहित है।अतः उन्होंने नारी सशक्तिकरण की वर्तमान प्रासांगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” सिद्धान्त पर समुचित ध्यान देकर हम प्रगतिशील समाज के निर्माण का नींव रख सकते हैं इस महत्वपूर्ण पहल से नारी सशक्तिकरण को समाज में गति मिल सकती है। इसके लिए उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि वे अपने बेटियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें तभी हम एक सुशिक्षित तथा सुसंस्कृत समाज का निर्माण कर सकेंगे।आगे उन्होंने नारी सशक्तिकरण को समय की आवश्यकता बताया।
श्री गोप ने दुनिया में हो रहे वैज्ञानिक बदलाव की जानकारी देते हुए कहा कि इसमें महिलाओं की भागीदारी जरूरी है जो केवल शिक्षा से ही सम्भव हो सकता है।
उन्होंने प्रतिभागियों को ई-श्रम पोर्टल के अन्तर्गत असंगठित श्रमिकों का डाटा बेस में निबन्धन कर यूनिवर्सल अकाउंट नंबर प्राप्त करने हेतु प्रज्ञा केंद्र या ऑनलाइन निबन्धन करने का सलाह दिया ताकि महिला श्रम शक्ति को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भविष्य में मिल सके। मौके पर मुरुप पंचायत की पूर्व मुखिया श्रीमती लक्ष्मी देवी ने अपने संबोधन में कहा कि जागरूकता के बिना नारी शक्ति तथा समाज का विकास नहीं किया जा सकता है।
ऊपर दुगुनी पंचायत की मुखिया श्रीमती बसुन्धरा सरदार ने बोर्ड के कार्यक्रम को श्रमिकों का उन्नति के लिए जरूरी बताया।
कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक श्री हेमसागर प्रधान ने किया । उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा लेबर कार्ड बनाने की प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को जरूरी जानकारी दिया।
इस कार्यक्रम में 08 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 60 सदस्य महिलाओं ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में केशव प्रधान(ग्राम प्रधान)जल सहिया पवित्रा देवी,संतोषी देवी, झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन के प्रखण्ड समन्वयक जीतेन्द्र प्रधान,संदीप कुमार ,दुर्योधन प्रधान,महेश प्रधान,अपेंद्र प्रधान आदि का सराहनीय योगदान रहा।