झरिया (धनबाद): (झरिया असलम अंसारी) बस्ताकोला कोल डंप से सात दिनों से बंद ट्रांसपोर्टिंग को शुरू करने को लेकर सोमवार को बस्ताकोला क्षेत्रीय कार्यालय में चार पक्षीय वार्ता हुई।जिसमे प्रशासन की ओर से सिंदरी डीएसपी अभिषेक कुमार के साथ बोरागढ, झरिया और घनुडीह थाना की पुलिस, झरिया सीओ प्रमेश कुशवाहा, बस्ताकोला महाप्रबंधक सोमेन चटर्जी बस्ताकोला कोलियरी के पीओ एके शर्मा, ,ट्रांसपोर्टर गुरूपाल सिंह एवं बच्चा गुट के एकलव्य सिंह समेत अन्य लोग शामिल थे।बच्चा गुट के आंदोलनकारी बस्ताकोला कोल डंप पर एक सौ असंगठीत मजदूरों को पिकिंग और नौ लोगों को सुपरवाइज़र मे अस्थायी तौर पर काम मांग रहे थे।हालांकि ट्रांसपोर्टर ने चार सुपरवाइज़र और नौ असंगठित मजदूरों को पिकिंग का काम देने को तैयार थे। पर बच्चा गुट के लोग नहीं माने।जिससे एक बार फिर वार्ता विफल हो गई। वार्ता विफल होते ही एकलव्य सिंह राजापुर परियोजना पहुंचे।इन्होने अपने समर्थकों को हौसला बढाते हुए कहा कि जबतक मांग पूरी नहीं हो जाती तबतक आंदोलन जारी रहेगा। एकलव्य के इस फैसले से जमसं और बच्चा गुट के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है।इधर बस्ताकोला प्रबंधन ने प्रतिदिन 12 हजार टन कोयला प्रभावित होने और राजस्व की क्षति की बात बताते हुए जिला प्रशासन से ट्रांसपोर्टिंग कार्य चालू कराने की मांग की है। इधर जिला प्रशासन ने भी कार्य शुरू कराने के लिए प्रयास मे जुटी हुई है। सात दिनों से ट्रांसपोर्टिंग बंद रहने से नाराज बस्ताकोला महाप्रबंधक सोमेन चटर्जी ने धनबाद एसडीओ और सिंदरी डीएसपी को पत्र लिख कर इस मामले से अवगत कराया था। जिसमे कहा था कि कार्य प्रभावित होने से सरकार को राजस्व की क्षति हो रही है। पावर प्लांट में भी कोयला नहीं जा रहा है। इसके बाद जिला प्रशासन इस कार्य शुरु कराने के लिए वार्ता कराई जो विफल हो गई।
,,,,वार्ता के दौरान बच्चा गुट नेता सह पूर्व डीप्टी मेयर एकल्वय सिंह ने मेसर्स ददन कंपनी के अधीन ट्रांसपोर्टिंग कार्य कर रहे जीटीएस कंपनी पर भड़कते हुए महाप्रबंधक को कहा कि यह कंपनी कार्य करने मे सक्षम नहीं है। इसे तुरंत टर्मिनेट करे। यह बात सूनते ही महाप्रबंधक भौचक रह गए। मालूम हो कि बीसीसीएल के कई क्षेत्र से जीटीएस कंपनी वर्षो से ट्रांसपोर्टिंग कार्य कर रही है।
….. क्या है मामला .
बस्ताकोला कोल डंप और राजापुर से कोयला ट्रांसपोर्टिंग बीएनआर,बोरागढ एवं रघूनाथपूर पावर प्लांट से कोयला का ट्रांसपोर्टिंग किया जाता है।जिसमे मैसर्स ददन के अधीन जीटीएस कंपनी बीएनआर ,पीटीपीएल कंपनी बोरागढ और आरटीपीएस कंपनी रघूनाथपूर के लिए ट्रांसपोर्टिंग करती है। वहीं राजापुर से जीटीएस ही ट्रांसपोर्टिंग करती हैं। सात दिन पूर्व बच्चा गुट के समर्थकों ने डंप पर रोजगार की मांग करते हुए राजापूर परियोजना और बस्ताकोला कोल डंप से कोयला ट्रांसपोर्टिंग रोक दी गई। जबकि अन्य ट्रांसपोर्ट कंपनी कोयला ढुलाई कर रहे थे। यह बात जमसं समर्थकों को नागवार गुजरा और इनलोगों ने भी रोजगार की मांग को लेकर आरटीपीएस और पीटीपीएल का ट्रांसपोर्टिंग कार्य ठप कर दिया।इसके बाद से दोनों गुटों मे टकराव की भी स्थिति बनी हुई हैं।