चतरा : इंसान तो इंसान पशु भी बगैर पानी के नहीं रह सकता है। परन्तु इसी पानी पर अगर कोई पहरा लगा दे तो उसे क्या कहेंगे। कुछ इसी तरह का एक तुगलगी फरमान चतरा में जारी किया गया है। फरमान नहीं मानने वाले को छोटी मोटी दंड नही बल्कि उसके घर के पुरुष से लेकर महिलाओं तक को दौड़ा दौड़ाकर पीटा जाता है। यह फरमान सदर प्रखंड के सिकिद गांव निवासी महादेव यादव के द्वारा सुनाया गया है। वो भी मात्र एक व्यक्ति के विरुद्ध। भुक्तभोगी नीलम देवी पति राजेश यादव ने बताया कि गांव स्थित जिस कुवें का पानी पीने से हम सबों पर प्रतिबंध लगाया गया है वो कुआं एक तो सरकारी है और दूसरे में कुआं आधा हमारी जमीन पर बनी है और आधे महादेव यादव की जमीन पर। उसने यह भी बताया कि घर समीप स्थित एक चापानल है जिससे गन्दा व लाल पानी आता है औऱ वह पीने लायक नहीं है। ऐसे में कुआ में पानी लाने के लिए जाते हैं तो महादेव यादव व उनके परिजन के द्वारा न सिर्फ पानी का बर्तन फेंक दिया जाता है बल्कि दौड़ा दौड़ा कर पीटा भी जाता है। इसी समस्या से तंग आकर पीड़ित परिवार ने घर बार छोड़कर शहर में ले रखा है डेरा। इस बाबत सदर थाना में भी आवेदन दिया गया है, थाना प्रभारी लव कुमार ने समस्या का समाधान करने का भरोसा दिलाया है।