जगदलपुर/ छत्तीसगढ़ बस्तर में नक्सलवाद के कमजोर पड़ते ही पर्यटन स्थलों के विकास में सरकार जूट गई है बस्तर को प्रकृति ने अद्भुत सौंदर्य दिया है पर नक्सली हिंसा की वजह से यहां के पर्यटन स्थलों का विकास नहीं हो पाया है बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर के आसपास मौजूद चित्रकूट तीरथगढ़ जलप्रपात कुटुमसर गुफाएं ऐतिहासिक मंदिर आदि पर्यटन स्थलों की ख्याति देश दुनिया में है इन जगहों पर हर साल हजारों पर्यटक आते हैं सरकार अब इन पर्यटन स्थलों का विकास कर रही है जो नक्सल समस्याओं की वजह से अछूते हैं अभी बस्तर भ्रमण पर आने वाले पर्यटक जगदलपुर के आसपास के जलप्रपात और दर्शनीय स्थलों को देखने के अलावा मां दंतेश्वरी के दर्शन और बैलाडीला की पहाड़ी बारसूल के गणेश मंदिर को देखने पहुंचते हैं कुछ वर्षों में फोर्स की पहुंच जंगल में ऐसे इलाके तक हुई है जो पहले नक्सलियों के गढ़ माने जाते थे जंगल में फोर्स पहुंची तो सड़क बिजली पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं पहुंच गई इलाका सुरक्षित हो गया तो स्थानीय लोग जंगल में मौजूद पर्यटन केंद्रों तक जाने लगे हैं अब प्रशासन पर्यटन केंद्रों को बाहर से आने वाले पर्यटको के लिहाज से विकास कर रही है।
बस्तर आईजी सुंदर राज पी ने बताया कि सड़क पुल पुलिया बनने से कनेक्टिविटी बड़ी है इससे आवागमन बढा है अंदर के इलाकों में मौजूद पर्यटन केंद्रों तक लोग पहुंच रहे हैं बस्तर में पर्यटन विकास की बहूत संभावना है और इलाके में शांति लाने का प्रयास कर रही है।