रांची।धनबाद/(संवाददाता : विश्वजीत सिन्हा) देशभर में काेराेना टीके की कमी हो रही है। राज्याें के पास 44 लाख डाेज ही बचे हैं। सभी राज्याें काे अब जुलाई के पहले सप्ताह में ही टीके मिलने की उम्मीद है। ऐसे में दाे से तीन दिन तक देश में कहीं आंशिक रूप से टीके पड़ेंगे और कहीं पूरी तरह से बंद हाे जाएंगे। इधर झारखंड में टीके लगभग खत्म हाे चुके हैं। बुधवार काे राज्य में टीकाकरण नहीं हाे पाएगा। कुछ जिलाें में नाममात्र के टीके हैं, वे ही दिए जाएंगे।
राज्य काे अब टीके की अगली खेप 2 जुलाई काे मिलने की उम्मीद है। इसके बाद ही अभियान सुचारू ढंग से चल पाएगा। वैक्सीन के लिए मंगलवार देर शाम तक अधिकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियाें से बात करते रहे। पर टीके नहीं मिल पाए। राज्य में वैक्सीनेशन के स्टेट नाेडल अधिकारी ए डाेडे ने बताया कि साेमवार काे राज्य में टीके के 82 हजार डाेज स्टाॅक में थे, जिनका ज्यादातर का मंगलवार काे इस्तेमाल कर लिया गया। टीके की कमी का असर मंगलवार से ही दिखने लगा था। राजधानी समेत राज्य के कई जिलों में कई वैक्सीनेशन सेंटर बंद करने
राज्य में शुरुअाती दिनाें में औसतन 30-35 हजार लाेगाें काे ही टीके लगाए जा रहे थे। ऐसे में राज्य के पास टीकाें का बड़ा स्टाॅक था। स्वास्थ्य विभाग ने कहा था कि अब स्टाॅक की चिंता किए बगैर पूरी क्षमता से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। स्टाॅक खत्म हाेने पर केंद्र की जिम्मेदारी हाेगी कि वह वैक्सीन उपलब्ध कराए। इसके बाद पिछले एक सप्ताह से राज्य में टीकाकरण की रफ्तार तेज हाे गई। राेज औसतन 1.10 लाख टीके लगने लगे। और केंद्र ने अतिरिक्त टीके नहीं दिए।
- आने वाले 15 जुलाई तक मिलेंगे 9.57 लाख टीके*
केंद्र ने बताया है कि 2 जुलाई काे झारखंड काे काेविशील्ड के 6 लाख, नाै जुलाई काे काेवैक्सीन के एक लाख और 15 जुलाई काे काेविशील्ड के 2,57,790 टीके मिलेंगे। पूरे जुलाई माह में झारखंड को 33 लाख डोज मिलने हैं।