बेमेतरा/छत्तीसगढ़/ ( छत्तीसगढ़ प्रतिनिधि अभिषेक शावल) फावती के लिए पीड़ित महिला नर्मदा बाई राजपूत अपने पति सरोज सिंह भूवाल की जमीन ग्राम गाड़ाडीह में है जिसके फावती के लिए पिछले 1 वर्षों से तहसील साजा का लगा रही है चक्कर लेकिन आज तक नहीं मिल पाया फावती। एक और जिला प्रशासन आम लोगों की मूलभूत की सुविधा देने की बातें कर पीठ थपथपाती है। वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है पिछले 1 वर्षों से अपनी ही जमीन के लिए फ़ावती को लेकर के नर्मदा बाई राजपूत पटवारी और तहसीलदार के चक्कर लगा-लगा कर थक चुकी महिला पिछले 1 वर्षों से अपने सारे काम छोड़ तहसील साजा पहुंच फ़ावती के लिए सुबह से शाम तक बैठे रहती हैं। फिर संबंधित अधिकारी द्वारा कल आना कहकर पिछले 1 साल से महिला को घुमाया जा रहा है। अधिकारी द्वारा कहा जाता है कि आपकी फाइल गुम गई है। मिलेगा तब बनाएंगे। एक जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी द्वारा फाइल घूमने की बात कहकर महिला से टालमटोल किया जा रहा है। देखना यह होगा कि इस महिला को कब इनका फ़ावती मिल पाता है या ऐसे ही यह चक्कर लगाती रहेंगी।