कहीं न कहीं प्रशासन की उदासीनता और लोगों की सुरक्षा के प्रति लापरवाही
जोरापोखर । झरिया विधानसभा क्षेत्र के लोदना मोड़ पर जेएमसी द्वारा पाइप बिछाने के बाद सड़क किनारे छोड़ा गया बड़ा सा गड्ढा अब एक गंभीर समस्या बन चुका है। हर गुजरते दिन के साथ यह गड्ढा न केवल यातायात को बाधित कर रहा है, बल्कि दुर्घटनाओं को भी आमंत्रण दे रहा है। हर गुजरने वाला हर एक वाहन डर के साए में है।
एक चालक ने बड़े ही चिंतित स्वर में कहा ” यहां से गुजरते वक्त हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं बाइक फिसल न जाए या गाड़ी गड्ढे में न अटक जाए”। इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते हैं, लेकिन इस गड्ढे के कारण लंबे जाम में फंसना और दुर्घटनाओं का डर यहां की रोजमर्रा की कहानी बन चुकी है। पाइप बिछाने का काम पूरा होने के बाद भी यह गड्ढा अपनी जगह पर है।
बारिश के कारण इसमें पानी भी भर चुका है, जिससे इसकी गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल हो गया है। हाल ही में एक गाय इस गड्ढे में गिर गई थी। लोगों ने घंटों की मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला।
गड्ढों की वजह से बढ़ते हादसे
यह समस्या सिर्फ लोदना मोड़ तक सीमित नहीं है। देशभर में गड्ढों के कारण हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कई बाइक सवार गड्ढे में गिरने से गंभीर रूप से घायल भी हुए।
कई बार बड़े वाहन भी इस गड्ढे में फंस गए, जिससे लंबा सड़क जाम भी लग जाता है।
लोगों की तकलीफें और प्रशासन की उदासीनता से यह सवाल उत्पन्न होता है की “क्या प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है?”।
लोग यहां से गुजरते वक्त गुस्से और डर के बीच गुजरने को मजबूर हैं। स्थानीय लोग इस समस्या का समाधान चाहते हैं, गड्ढे को तुरंत भरा जाए।
सड़क की मरम्मत कर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाया जाए।
भविष्य में ऐसे कार्यों में लापरवाही न बरती जाए।
लोदना मोड़ का यह गड्ढा सिर्फ एक गड्ढा नहीं है; यह प्रशासन की उदासीनता और लोगों की सुरक्षा के प्रति उसकी लापरवाही का प्रतीक है।
हर गुजरते वाहन के साथ एक नया जोखिम जुड़ता है। क्या वाकई हमारे जीवन की कीमत इतनी कम हो गई है?
यह सवाल सिर्फ लोदना मोड़ के लोगों का नहीं, बल्कि हर उस इंसान का है, जो सड़कों पर गड्ढों के बीच जिंदगी की डोर थामे चलता है।