गया। भगवान बुद्ध ने जब से झान प्राप्त किया उनके पथ चिन्हो को प्रभावित होकर बौधगया के भगवान बुद्ध की झान स्थली बौद्ध वृक्ष के पास अपने परिवार जनो के साथ 1976 मे बोधगया आए राजीव साहा ने सबसे पहले भगवान बुद्ध के झान स्थली बौद्ध वृक्ष गये वहा पर बचपन से ही ध्यान से जुड़े और ध्यान करते हुए आज तक ध्यान का उपदेश लोगों को बिहार के साथ हर राज्य में फेला रहे हैं |
राजीव साहा, बोधगया बोधिवृक्ष एवं बोधी मंदिर मे अपने पिता राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, मां सरस्वती देवी,छोटे भाई संजिव साहा एवं बहन गुड़िया कुमारी के साथ पहली बार राजीव साहा आए थे तभी से आज तक कयी बार आकर ध्यान किया और लोगों को अपने परिवार और समाज के लोगों को ध्यान में जुडवाते आ रहे हैं राजीव साहा।
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