झामुमो का आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का विरोध कर गुरुंडिया ब्लॉक बंद असरदार : रोहित सामाद |
सरकारी नौकरियों में एससी, एसटी, ओबीसी पर जाति-आधारित डेटा जारी करना चाहिए : सुकराम ओराम
आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा का एक दिवसीय भारत बंद का समर्थन करते हुए गुरुंडिया ब्लॉक्, तहशील, लैंपस, बैंक और राउरकेला महानगर के दुकान बाजार क़ो झामुमो कार्यकर्ताओं नें बंद करवाया |
दलित और आदिवासी के एक मात्र हितैसी झारखण्ड मुक्ति मोर्चा राउरकेला कमिटी के बंधना टोप्पो, जुएल जोजो, युवा नेता सुकराम ओराम, शांति प्रकाश एवं अन्य झामुमो केडर राउरकेला एडीएम क़ो ज्ञापन देकर अनुसूचित जातियों, जनजातियों व ओबीसी के लिए न्याय और समानता की मांग की है.झामुमो ने तर्क देते हुए कहा कि यह फैसला एससी और एसटी के संवैधानिक अधिकारों के लिए ‘खतरा’ है |
केंद्र सरकार को इस फैसले को ‘अस्वीकार’ कर देना चाहिए. इसके अलावा सरकारी नौकरियों में एससी, एसटी, ओबीसी पर जाति-आधारित डेटा जारी करना चाहिए. उच्च न्यायपालिका में इन समूहों के लिए 50 फीसदी प्रतिनिधित्व का लक्ष्य तय करना चाहिए और केंद्र व राज्य सरकार की नौकरियों के साथ-साथ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में बैकलॉग रिक्तियों को भरना चाहिए. उपरोक्त बंदी में झामुमो के जर्मन लाकड़ा, दिलकन भेंगरा, इनोसेंट लकड़ा, दिलीप लकड़ा नें अगुवाई कियें l