बिहार औरंगाबाद से धर्मेन्द्र गुप्ता |
जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के द्वारा माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा शत्-शत् नमन किया।
इस दौरान जिला पदाधिकारी ने अनुग्रह बाबू के योगदान पर संबोधन किया।
उन्होंने बताया कि बिहार विभूति डॉ. अनुग्रह नारायण सिंह आधुनिक बिहार के निर्माताओं में से एक थे. भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद तथा राजनीतिज्ञ के रूप में उनकी पहचान है |
उन्होंने इस राज्य को कृषि राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनके द्वारा बड़े-बड़े शैक्षणिक संस्थान खोला गया तथा उनके द्वारा विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के लिए भूमि दान में दिए गए।
बिहार में उनका जो योगदान है. उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उनकी लोकप्रियता के कारण ही उन्हें बिहार विभूति के रूप में जाना जाता है. जिला पदाधिकारी ने अनुग्रह बाबू के सभी कार्यों के भूरी भूरी प्रशंसा की।
इस अवसर पर अनुग्रह नारायण सिंह स्मारक के सचिव अभिषेक प्रताप सिंह उर्फ चुलबुल सिंह, कांग्रेस नेता अरविन्द शर्मा, प्रोफेसर विजय सिंह, अरविंद सिंह, रामविलास सिंह, श्याम बिहारी सिंह, आदित्य सिंह टिंकू समेत अन्य गणमान्य लोगों ने भी डॉ. अनुग्रह नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।