तिसरा। गोलकडीह और के ओसीपी के मजदूरों कि ओर से स्व एस के राय के चौबीस वें पुनः तिथि रविवार को गोलकडीह वर्क सोप के समीप धूमधाम से मनाई गई। स्व राय के बड़े पुत्र जैनेन्द्र राय सहित उपस्थित नेताओं और मजदूरों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि स्व एस के राय मजदूरों का मसीहा थे आज कोल इंडिया में मजदूरों का जो पेंशन मिल रहा है वह राय सहाब की देन है। उन्होंने ने घनुडीह कोलियरी से मजदूरों के हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़नी शुरू की जिसके कारण उन्हें अपनी नौकरी गंवानी पड़ी।
लेकिन उन्होंने ने कभी हार नहीं मानी। मजदूरों के आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के कारण निजी मालिकों के लठैतों के द्वारा उन पर हमला किया गया। जिससे मजदूरों में एक अलग पहचान बन गई।
उस वक्त झरिया विधानसभा से जनप्रतिनिधि के रुप मे चुनाव लड़ें और विधायक बने।जीवन के अन्तिम छण तक पूरे कोयलांचल में मजदूर मसीहा के रुप में चर्चित हुए। वक्ताओं ने कहा कि घनुडीह उनका कर्म भूमि रहा है। यहीं कारण है कि आज भी घनुडीह,गोलकडीह,कुइया आदि क्षेत्र से लोग गोलकडीह पहुंचकर श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए थे।
इस मौके पर जैनेंद्र राय, वैभव सिंहा,युगल किशोर शर्मा,राजु राय, नागेन्द्र कुमार, भूपेन्द्र सिंह, भगवान नोनिया,मिथेलेश सिंह,मंटु शर्मा,अनिल कुमार राय , दीपक सिंह,शैलेश राय, रमेंद्र राय,ललन सिंह , चंद्र रीका पासवान, प्रेमचंद्र प्रसाद, बंटी राय,लाल बहादुर यादव,मनिष राय आदि शामिल थे।