डॉ संजय प्रसाद
मांडर \ चान्हो | मांडर तथा चान्हो प्रखण्ड क़े विभिन्न क्षेत्रों में सुहागिनो ने पति क़े दीर्घायु होने की कामना लेकर बट सावित्री पूजा किया। अपने पति क़े सभी कष्टों क़े नाश की कामना क़े साथ देवी सावित्री क़े त्याग, पतिप्रेम एवं पतिव्रता धर्म क़े स्मरण कर बट बृक्ष की पूजा अर्चना सभी ने किया।
मांडर क़े विभिन्न गांवो महल्लो में बट बृक्ष क़े समीप सुहागिनो ने उपवास रखकर पूजा अराधना करते हुए यमराज एवं शनिदेव क़े प्रकोप से अपने अपने सुहाग की रक्षा की ताकत क़े लिए भगवान से वर माँगा।
सौभाग्यवती महिला बिजया सिंह ने बताया कि देवी सावित्री ने जिस तरह पतिधर्म का परिचय देते हुए मृत पति सत्यवान को यमराज से वापस कर लिया था हर स्त्री उसी से प्रेरित होकर बट सावित्री पूजा कर अपने पति क़े दीर्घायु होने की मंशा लेकर यह व्रत करती है।मांडर कॉलेज क़े समीप सुबह से ही सुहागिनो ने बट बृक्ष की पूजा अर्चना शुरु कर दी थी।
चान्हो क़े चोरेया, ओपा, पतरातु, सोंस, ताला, सिलागाई, रघुनाथपुर, लुंडरी, बीजूपाड़ा सहित मांडर क़े सोसई आश्रम, मांडर, करगे, ब्राम्बे, मुड़मा, कंदरी, बंझीला सहित अन्य जगहों पर सुहागिनो ने श्रद्धा एवं भक्ति क़े साथ पूजा अर्चना किया।मान्यता क़े अनुसार बट बृक्ष को ब्रह्मा, बिष्णु, शिव एवं सावित्री का साक्षी मानकर सभी सुहागिनो ने पति क़े लम्बी आयु, स्वस्थ जीवन, धन्यधान से परिपूर्ण होने की कामना करते हुए आरती क़े बाद सत्यनारायण भगवान की कथा का भी श्रवण व अमृतपान किया। मौके पर पंडित आशुतोष कुमार पाठक, विजया सिंह, आशा देवी, सुचिता देवी, सूरजमनी देवी, प्रतिमा देवी, ममता देवी,मधु देवी, प्रीति देवी, चंचला मिश्रा, रिंकी देवी, रौशनी देवी सहित अन्य मौजूद थीं।